(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिहार STF को भगोड़े बीएसएफ जवान की तलाश, यूपी में कैश वैन से करोड़ों की लूट को दिया था अंजाम
फौजी वर्ष 2010 में पंजीपरा पश्चिम बंगाल में बीएसएफ में भर्ती हुआ था. उसकी तैनाती जयपुर (राजस्थान) में थी. वर्ष 2017 में बिहार के गोपालगंज में रंगदारी मांगने के एक मामले में वह आरोपी बना तो पुलिस उसे पकड़कर जयपुर ले आई. इसके बाद वह ड्यूटी पर ही नहीं गया.
गोपालगंज: बीएसएफ के भगौड़े और बिहार के टॉप टेन अपराधियों में से एक अमित कुमार राय उर्फ 'फौजी' की बिहार एसटीएफ को तलाश है. फौजी पर बीते 22 जून की रात हथुआ थाने की पुलिस टीम पर हमला कर फरार होने समेत कई संगीन अपराधिक मामले दर्ज हैं. हथुआ पुलिस ने गुरुवार को फौजी को भगाने में सहयोग करने और पुलिस टीम पर रोड़ेबाजी करने वाले 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
हथुआ इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह के अनुसार जेल भेजे गए आरोपितों में विशाल राय, विकास कुमार, राजन कुमार, अभिषेक कुमार, अभिनव पांडेय, मुन्ना पांडेय, पवन कुमार, मनोरंजन कुमार, संगीता देवी, अमृता देवी शामिल हैं. वहीं, फरार आरोपितों में कुख्यात फौजी के अलावा काली ठाकुर, दीपक सिंह, बुट्टा सिंह, बंका राय शामिल हैं.
गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि हथुआ के नयागांव में मंगलवार की रात में कुख्यात फौजी के पहुंचने की पुलिस को सूचना मिली. पुलिस टीम गांव में छापेमारी करने पहुंची तो महिलाओं ने पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी, जिसका फायदा उठाकर कुख्यात अमित कुमार राय उर्फ फौजी पुलिस पर हमला कर जीप से फरार हो गया.
बीएसएफ जवान से टॉप टेन अपराधी बना फौजी
फौजी का अपराधिक इतिहास जान कर गोपालगंज की पुलिस भी हैरान है. गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र के नयागांव निवासी अमित कुमार राय उर्फ फौजी वर्ष 2010 में पंजीपरा पश्चिम बंगाल में बीएसएफ में भर्ती हुआ था. उसकी तैनाती जयपुर (राजस्थान) में थी. वर्ष 2017 में बिहार के गोपालगंज में रंगदारी मांगने के एक मामले में वह आरोपी बना तो पुलिस उसे पकड़कर जयपुर ले आई. इसके बाद वह ड्यूटी पर ही नहीं गया. वर्तमान में उस पर विभागीय कार्रवाई चल रही है. रंगदारी मामले के बाद वह अपराध की दुनिया से जुड़ गया.
यूपी में कैश वैन से लूटे थे 1.71 करोड़
यूपी के हाटा पुलिस के मुताबिक फौजी की जेल में सत्येंद्र पहलवान नामक अपराधी से मुलाकात हुई और दोनों दोस्त बने. नवंबर 2018 में अमित राय जेल से छूटा और दस दिसंबर 2018 को साथियों के साथ मिलकर हाटा थाना क्षेत्र में रेडियंट कंपनी के कैश वैन से 1.71 करोड़ लूट लिए. अप्रैल 2019 में यूपी एसटीएफ ने फौजी नामक अपराधी को कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र के परागपुर गांव के पास मुठभेड़ में गोली से घायल होने के बाद पकड़ा था. लेकिन वो जेल से बाहर कैसे निकला, पुलिस को इसकी सूचना नहीं है.
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