लाठीचार्ज के विरोध में चक्का जाम, मुख्य सचिव से मिले BPSC छात्र, PK ने दिया अल्टीमेटम | 10 बड़ी बातें
BPSC Candidates Protest: बीपीएससी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन अभी खत्म नहीं हुआ है. मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों की उम्मीद जगी है. सरकार को 48 घंटे में निर्णय लेने का समय दिया गया है.
Bihar BPSC Candidates Protest Lathicharge: बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर रविवार (29 दिसंबर) को पटना में लाठीचार्ज के बाद आज (सोमवार) माहौल कुछ शांतिपूर्ण रहा. हालांकि लाठीचार्ज के विरोध में वाम दलों और छात्र संगठनों ने जगह-जगह चक्का जाम किया. वहीं बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने अभ्यर्थियों से मुलाकात की. उनकी बातें सुनीं. इस बीच नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप भी एक-दूसरे पर जारी हैं. जानिए बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर सोमवार को क्या-क्या हुआ.
1. लाठीचार्ज पर बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने प्रतिक्रिया दी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीपीएससी उचित निर्णय लेगा. एक सीमा होती है कि किस तरह से आप प्रदर्शन करें. जहां तक री-एग्जाम की मांग है, बीपीएससी निर्णय लेगा.
2. बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से अभ्यर्थियों के डेलिगेशन की आज (सोमवार) मुलाकात की. मुख्य सचिव ने उनकी बातें सुनीं, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया गया. मुख्य सचिव ने कहा कि अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार किया जाएगा.
3. मुख्य सचिव से अभ्यर्थियों की मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार चाहे तो 48 घंटे में समाधान निकाल सकती है. अभ्यर्थी समाधान चाहते हैं. टकराव नहीं चाहते. हम लोग दो दिन इंतजार करेंगे, लेकिन 48 घंटे में सरकार के स्तर से निर्णय नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे.
4. बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से बयान जारी किया गया. कहा गया कि सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करने के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया है. उनके सौंपे गए ज्ञापन पर कार्रवाई की जाएगी. अभ्यर्थियों को शांति बनाए रखने के लिए कहा गया है.
5. इससे पहले राज्यपाल ने बीपीएससी के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई से बात की. राज्यपाल ने उन्हें बात करने के लिए बुलाया था. राज्यपाल ने कहा कि वे डीएम-एसपी को भी बुलाएंगे कि किस आधार पर उन्होंने लाठी चलाई. मुलाकात के बाद बीपीएससी के चेयरमैन ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.
6. प्रशांत किशोर ने कहा कि रविवार को कुछ पुलिस वाले काफी लाठियां बरसा रहे थे. हम लोग एफआईआर करेंगे. आंदोलन खत्म नहीं होने वाला. हम लोग डरने वाले नहीं हैं. बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच हो. मामला नहीं निपटा तो दो जनवरी से वे धरना पर बैठेंगे.
7. इस बीच बीपीएससी के कुछ अभ्यर्थियों ने प्रशांत किशोर का विरोध भी किया है. रविवार की रात प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों से मिलने गए थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. सांसद पप्पू यादव ने भी इस वीडियो को एक्स पर शेयर किया है.
8. उधर सांसद पप्पू यादव ने घायल छात्रों से पीएमसीएच जाकर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वे छात्रों के साथ हमेशा खड़े हैं. सरकार लाठी बरसा रही है. बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज अक्षम्य अपराध है. उन्होंने ट्वीट कर प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा. इससे पहले तेजस्वी यादव ने भी पीके का बिना नाम लिए उन्हें बीजेपी की बी टीम कहा था और आंदोलन को कुचलने की बात कही थी.
9. उधर वाम दलों ने सोमवार को सुबह से ही अपने ऐलान के मुताबिक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ कई जिलों में चक्का जाम और प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों के समर्थन में बिहार के कई जिलों में छात्र संगठन और लेफ्ट पार्टियों ने रेल चक्का जाम किया. आरा, दरभंगा समेत कई जगहों पर ट्रेनों को रोक गया. वाम दलों के चक्का जाम का मिलाजुला असर देखा गया.
10. बीपीएससी 70वीं पीटी की परीक्षा 13 दिसंबर को ली गई थी. पूरे राज्य में 912 केंद्र बनाए गए थे. पटना के बापू परीक्षा केंद्र में अनियामितता के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई. दोबारा परीक्षा चार जनवरी को होगी. छात्रों का कहना है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए, जबकि आयोग इसके लिए तैयार नहीं है. यही टकराव की मेन वजह है. आयोग का कहना है कि जब धांधली एक सेंटर पर हुई है तो पूरी परीक्षा क्यों रद्द करें? छात्रों का कहना है कि अन्य जगहों पर भी धांधली हुई है, फिर से सबकी परीक्षा ली जाए.
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