बिहार: आरा में कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को अधीक्षक ने बुलाया अस्पताल, वजह पूछने पर कही ये बात
आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक प्रवीण कुमरा सिन्हा ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि सदर अस्पताल के कुछ डॉक्टर कोरोना की गलत रिपोर्ट दिखाकर ड्यूटी से गायब हैं. इन दिनों कोरोना काफी तेजी फैल रहा है. ऐसे में डॉक्टरों का अस्पताल में होना बहुत जरूरी है.
आरा: बिहार के आरा जिले में सदर अस्पताल के अधीक्षक ने शुक्रवार को एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया. अधीक्षक ने अस्पताल के सभी कोरोना पॉजिटिव डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को ड्यूटी पर आने का आदेश जारी किया है. साथ ही उन्हें ड्रेस कोड फॉलो करने की भी हिदायत दी गई है. दरअसल ये फरमान केंद्रीय मंत्री और आरा के सांसद आरके सिंह के अस्पताल निरीक्षण कार्यक्रम के बाबत जारी किया गया है. लेकिन अधीक्षक के इस फरमान पर विवाद शुरू हो गया है.
केंद्रीय मंत्री करने वाले हैं निरीक्षण
दरअसल, केंद्रीय मंत्री आर के सिंह आज जिले के सदर अस्पताल का निरीक्षण करने वाले हैं. ऐसे में मंत्री के निरीक्षण के दौरान कोविड पॉजिटिव कर्मचारियों और डॉक्टरों को भी ड्यूटी पर हाजिर रहने का आदेश दिया गया है.
आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के हवाले से शुक्रवार को एक पत्र जारी किया गया, जिसमें कहा गया था कि "24 अप्रैल (शनिवार) को आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण करेंगे. ऐसे में सदर अस्पताल के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों और कर्मचारी (कोविड पॉजिटिव सहित) को ड्रेस कोड में उपस्थित होना है."
पत्र में कहा गया था, " सभी कोविड पॉजिटिव चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारी का आर.टी.पी.सी.आऱ. जांच किया जाना है. इसलिए वे ससमय उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे. अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिसकी सारी जिम्मेवारी संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारी की होगी."
झूठ बोल कर छुट्टी पर हैं कर्मचारी
इस संबंध में जब आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक प्रवीण कुमरा सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि सदर अस्पताल के कुछ डॉक्टर कोरोना की गलत रिपोर्ट दिखाकर ड्यूटी से गायब हैं. इन दिनों कोरोना काफी तीव्र गति से बढ़ रहा है. ऐसे में डॉक्टरों का अस्पताल में होना बहुत जरूरी है. लिहाजा जो भी डॉक्टर कोरोना संक्रमित होने का बहना बनाकर ड्यूटी से गायब हैं, उनकी भी जांच हो जाएगी.
अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक ने कहा कि अस्पताल के डॉक्टर सिटी स्कैन की रिपोर्ट दिखाकर गायब हैं. जबकि कोरोना के लिए सबसे विश्वसनीय आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट है. इसलिए ये आदेश जारी किया गया है. ताकि उनका कल टेस्ट कराया जा सके. अगर डॉक्टर झूठी रिपोर्ट देकर ड्यूटी से गायब हैं, तो ये अनुशासन के खिलाफ है. कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं, जो महीने भर से ड्यूटी से गायब हैं.
गौरतलब है कि कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना पॉजिटिव लोगों को पूर्णतः आइसोलेशन में रहना है. लेकिन आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक ने कोरोना से संक्रमित कर्मचारियों को भी अस्पताल में हाजिर होने को कहा है.
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