पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया जिले में शुक्रवार को निगरानी की टीम ने श्रम अधिकारी को घूस लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया. श्रम अधिकारी के साथ ही सहायक को भी कार्यालय से ही गिरफ्तार किया गया है. इन पर 55 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप था, जिसे सत्यापित करने के बाद निगरानी विभाग ने कार्रवाई की है. बताया जाता है कि बकाया जमा करने के लिए रिश्वत के तौर पर 55 हजार रुपए की मांग की गई थी.
व्यवसायी ने की थी शिकायत
दरअसल, पूर्णिया निवासी विजय कुमार नाम के व्यवसायी ने निगरानी विभाग को शिकायत की थी कि पूर्णिया श्रम अधीक्षक कुमार आलोक रंजन द्वारा उनसे पुराने भुगतान के लिए बतौर रिश्वत 55 हजार रुपये की मांग की गई है. शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने अधिकारी पर नजर रखनी शुरू की और जाल बिछाकर उन्हें उनके सहयोगी मनोज कुमार जो पैसों की लेनदेन करते थे के साथ रंगे हाथों गिराफ्तार कर लिया.
निगरानी विभाग के डीएसपी ने कही ये बात
इस संबंध में निगरानी विभाग के डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि विजय कुमार की ओर से आवेदन दिया गया था कि बकाया राशि (एक लाख, 90 हजार) जमा करने के लिए जब वे श्रम विभाग के कार्यालय गए तो श्रम अधीक्षक ने उन्हें बताया कि वह जाकर विभाग के अन्य कर्मी मनोज कुमार से संपर्क करें. मनोज कुमार ने इस राशि के भुगतान के लिए 50 हजार रुपये बतौर रिश्वत की मांग की. लेकिन ये मांग उसे महंगी पड़ गई. निगरानी विभाग ने उन्हें धर दबोचा.
यह भी पढ़ें -
Bihar Politics: तेज प्रताप के अगरबत्ती के बिजनेस पर नीतीश कुमार के मंत्री ने कसा तंज, जानें क्या कहा