पटना: राज्य सभा चुनाव से जुड़ी एक अहम खबर ये है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की स्क्रूटनी पूरी कर ली गई है. इसके लिए दो उम्मीदवारों ने किया था नामांकन. जिनमें से एक का नॉमिनेशन टेक्नीकल ग्राउंड पर रद्द कर दिया गया है हालांकि इस बात की चर्चा पहले भी जोरों पर थी कि दूसरे प्रत्याशी का नामांकन रद्द किया जा सकता है क्योंकि नामांकन के दरम्यान पूरे किए जाने वाले नॉर्म को उन्होने पूरा नही किया था और अब आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि होते हीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का राज्य सभा सीट के लिए निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है.
बताते चलें कि राज्य सभा की एक सीट के लिए एनडीए की ओर से सुशील कुमार मोदी तो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर श्याम नंदन प्रसाद जो पेशे से इंजिनियर हैं ने नामांकन किया था, लेकिन नामांकन के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी को जरूरी 10 विधायकों का समर्थन पत्र इन्होने जमा नही किया जिसे बाद में जमा करने की अवधि भी मांगी थी लेकिन अवधि पूरा होने तक इन्हे समर्थन नहीं प्राप्त हो सका ऐसे में उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार उन्हें एक भी प्रस्तावक नहीं मिला.
बताते चलें कि इस सीट को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म था कि महागठबंधन की ओर से दलित फेस के तौर पर श्याम रजक को पार्टी उतार सकती है लेकिन इन अपवाहों पर विराम लगाते हुए पार्टी ने ऐसी कोई कोशिश नहीं की गई. दरअसल महागठबंधन की चाहत थी कि एलजेपी की ओर से दिवंगत रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को प्रत्याशी बनाया जाए, लेकिन चिराग पासवान ने यह साफ कर दिया था कि एलजेपी कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी.