बिहार: कोरोना की तीसरी लहर से पहले सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को किया आगाह, कहा- जल्द करें यह काम
राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, " कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए सरकार को कोविड अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग वार्ड और आइसीयू बनाने की तैयारी अभी से करनी चाहिए."
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पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पूरे देश में बड़े तेजी से फैल रही है. दूसरी लहर के प्रसार की रफ्तार को देखकर देश के वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी तीसरी लहर आने की भी प्रबल संभावना है. हालांकि, वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर कब आएगी इसको लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं दी है. लेकिन ये जरूर कहा है कि इसको लेकर काफी सचेत रहना होगा.
ट्रायल के लिए दे दी गई है मंजूरी
वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. बच्चों को वैक्सीन लगवाने के बाबत भारत बायोटेक के वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी गई है. इधर, तीसरी लहर के आने से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद सुशील मोदी ने बिहार सरकार को आगाह किया है. उन्होंने बिहार सरकार को सलाह दी है, तीसरी लहर के आने से पहले अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बना लिया जाए. साथ ही मुकम्मल व्यावस्था की जाए.
2 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण को लेकर विशेषज्ञों की राय को ध्यान में रखते हुए सरकार ने भारत बॉयोटेक को टीके के दूसरे एवं तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति दी है।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 13, 2021
अच्छी बात है कि क्लिनिकल ट्रायल के लिए जिन केंद्रों को चुना गया है, उनमें पटना का एम्स भी शामिल है।
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, " 2 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण को लेकर विशेषज्ञों की राय को ध्यान में रखते हुए सरकार ने भारत बॉयोटेक को टीके के दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति दी है. अच्छी बात है कि क्लिनिकल ट्रायल के लिए जिन केंद्रों को चुना गया है, उनमें पटना का एम्स भी शामिल है."
2 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण को लेकर विशेषज्ञों की राय को ध्यान में रखते हुए सरकार ने भारत बॉयोटेक को टीके के दूसरे एवं तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति दी है।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 13, 2021
अच्छी बात है कि क्लिनिकल ट्रायल के लिए जिन केंद्रों को चुना गया है, उनमें पटना का एम्स भी शामिल है।
उन्होंने कहा, " कोरोना की दूसरी लहर के बीच भारत सरकार ने 114 दिनों में 17 करोड़ डोज लगवा कर सबसे तेज टीकाकरण का रिकार्ड बनाया और मात्र 11 दिनों में 18 पार के लगभग 25 लाख युवाओं को भी पहली डोज लगा दी गई. लेकिन कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए सरकार को कोविड अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग वार्ड और आइसीयू बनाने की तैयारी अभी से करनी चाहिए."
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