बिहारः अफगानिस्तान में फंसे मुजफ्फरपुर के सैयद आबिद हुसैन, काबुल के विश्वविद्यालय में हैं सहायक प्राध्यापक
मुजफ्फरपुर में रहने वाले उनके छोटे भाई माजिद हुसैन ने इस बात की जानकारी दी है. वहां फंसे होने से परिवार के लोग चिंतित हैं लेकिन फोन से बातचीत हो रही है. घरवाले उनकी वतन वापसी के इंतजार में हैं.
मुजफ्फरपुरः अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद वहां फंसे आम लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल जैसा हो गया है. वहां ना जाने कितने लोग अभी फंसे हुए हैं. इस क्रम में बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले डॉ. सैयद आबिद हुसैन (करीब 50 वर्ष उम्र) के फंसे होने की बात सामने आई है. मुजफ्फरपुर में रहने वाले उनके छोटे भाई माजिद हुसैन ने इस बात की जानकारी दी है. अब सैयद आबिद को लेकर मुजफ्फरपुर में रहने वाला उनका परिवार चिंतित है.
माजिद हुसैन ने कहा कि सैयद आबिद का पूरा परिवार मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र के आजाद रोड में रहता है. वे काबुल में अकेले ही हैं. यहां उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. उनसे फोन से बातचीत होती रहती है. डॉ. हुसैन काबुल में एक विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट के सहायक प्राध्यापक हैं. वह पूर्व डिप्टी मेयर सैयद माजिद हुसैन के बड़े भाई हैं.
फोन पर हो रही परिजनों की बातचीत
आगे छोटे भाई माजिद हुसैन ने बताया कि उनके वहां फंसे होने से परिवार के लोग चिंतित हैं लेकिन फोन से बातचीत हो रही है. अब सभी घरवाले उनकी वतन वापसी के इंतजार में हैं. उनके बेटे आशिफ ने बताया कि उसकी बात उनके पिताजी से हुई है. उन्होंने बताया कि अभी सबकुछ ठीक है. भारत सरकार के मिनिस्टरी ऑफ एक्सटर्नल अफेयर से बातचीत हुई है और उनका रजिस्ट्रेशन हो गया है. वह जल्द भारत लौट जाएंगे.
बदलते हालात के कारण लौटना चाह रहे देश
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां अफरातफरी की स्थिति है. वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है. करीब डेढ़ वर्षों से काबुल में कार्यरत डॉ. हुसैन भी वहां के बदले हालात के कारण देश लौटना चाह रहे हैं. वे अन्य भारतीयों के साथ दूतावास के संपर्क में हैं.
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