Bihar Teacher Niyamawali 2023: नई शिक्षक भर्ती नीति पर बोले शिक्षा मंत्री, गुणवत्तापूर्ण एजुकेशन के लिए की गई है ये पहल
Chandrashekhar Statement: टीईटी और एसटीईटी के अभ्यर्थी नई शिक्षक भर्ती नीति को लेकर हंगामा कर रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को उन्होंने इसको लेकर उन्होंने बयान दिया.
पटना: बिहार सरकार की नई नियमावली को लेकर टीईटी और एसटीईटी (TET and STET) अभ्यर्थी नीतीश सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसको लेकर टीईटी और एसटीईटी अभ्यर्थी कई सवाल उठा रहे हैं. वहीं, इस सवाल पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर (Education Minister Prof. Chandrashekhar) ने शुक्रवार को कहा कि बिहार को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी थी. यह बिहार के शिल्पकार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) का संकल्प है. बिहार को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए ये पहल की गई है. बिहार को उचित शिक्षा देने के लिए ही यह सूत्र लाया गया है, इसमें कोई अगर खोट निकालता है तो यह उचित नहीं है.
'कुछ सवाल किया जाएगा तो इसमें समस्या ही क्या है'
शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षक का काम शिक्षा देना है और जिस विषय को आप पढ़ाने जा रहे हैं उसी विषय में से अगर आप से कुछ सवाल किया जाएगा तो इसमें समस्या ही क्या है? वहीं, आगे उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर बिहार ही नहीं इस पूरे धरती के नॉलेज ऑफ सिंबल हैं आज उनकी जयंती है और आज के दिन किसी भी अन्य मुद्दे पर बात करना जायज नहीं है.
एक परीक्षा से नहीं घबराना चाहिए- शिक्षा मंत्री
वहीं, बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि दो दिन पहले केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि लोग बीएड कर ले रहे हैं लेकिन रोजगार नहीं मिल रहा है. आगे उन्होंने कहा कि नेट और पीएचडी के लिए काफी पढ़ाई करनी पढ़ती है. इसके लिए काफी तैयारी करनी पड़ती है. इसके बाद शिक्षक होने के लिए दक्ष होते हैं. टीईटी और एसटीईटी पास करने के बाद एक परीक्षा से नहीं घबराना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Bihar: 'नीतीश बाबू आप PM थे, PM हैं और PM रहेंगे! P से पलटी, M से मार...', बिहार के सीएम पर किसका फूटा गुस्सा?