पटनाः बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों में इस बात को लेकर लगातार चिंता हो रही थी कि प्रदेश में कोरोना वायरस (Coronavirus) और जारी नई गाइडलाइन के बीच कहीं फिर उनकी नियोजन की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में ना चली जाए, इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री ने यह साफ कर दिया है कि शिक्षक अभ्यर्थियों को घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ दिन पहले ही शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) ने एबीपी न्यूज को इसकी जानकारी भी दी थी. अब एक बार फिर उन्होंने साफ कर दिया है कि इस महामारी के बीच शिक्षक अभ्यर्थियों को बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है.


दरअसल, पिछले तीन दिनों में नगर निकायों के 35 नियोजन इकाइयों में 460 पदों के लिए काउंसिलिंग हुई, जिसमें 207 योग्य शिक्षक अभ्यर्थी चयनित हुए हैं. पूरे पारदर्शी तरीके से काउंसिलिंग कराई जा रही है. 22 से 25 जनवरी तक प्रखंड नियोजन इकाइयों की काउंसिलिंग जिला मुख्यालय के काउंसिलिंग केंद्रों पर ही होगी. 28 जनवरी को लगभग 1200 पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसिलिंग प्रखंड मुख्यालय स्तर के केंद्रों पर होगी.


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चयनित अभ्यर्थियों को एक साथ नियुक्ति पत्र


बता दें कि दो चरणों में 38 हजार अभ्यर्थी चयनित हो चुके हैं. पंचायत चुनाव के कारण तीसरे चरण की काउंसिलिंग कराने की अनुमति नहीं मिली थी. अब शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने नियुक्ति पत्र देने की तिथि की फिर से जानकारी दे दी है. तय तिथि के अनुसार सभी चयनित अभ्यर्थियों को 25 फरवरी को एक साथ नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा.


हालांकि शिक्षा मंत्री ने पहले भी यह जानकारी कई बार दी है. उन्होंने बताया था कि शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. विजय चौधरी ने कहा है कि छठे चरण की बहाली समाप्त होते ही सातवें चरण की बहाली होगी. सरकार ने मार्च के पहले सप्ताह से सातवें चरण की बहाली शुरू करने का लक्ष्य रखा है. छठे चरण में बड़ी संख्या में सीटें खाली रहने की उम्मीद जताई है. सातवें चरण में सभी को मौका मिलेगा.


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