पटनाः राजधानी पटना में लगातार शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. सोमवार को एक बार फिर पटना में शिक्षक अभ्यर्थी और पुलिस के बीच झड़प देखने को मिली है. 2019 में पास एसटीईटी (STET) अभ्यर्थियों ने विकास भवन के गेट पर प्रदर्शन किया. वे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) से मिलना चाहते थे. गेट पर ही पुलिस ने रोक दिया. पुलिस खींचकर उन्हें उठाकर ले गई.


शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे थे. महागठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. तेजस्वी याद के साथ-साथ शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ भी नारेबाजी की. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब बिहार में एनडीए की सरकार थी और हमलोग प्रदर्शन करते थे तो चंद्रशेखर और आरजेडी के अन्य नेता हमारे प्रदर्शन में शामिल होकर कहते थे कि हमारी सरकार बनेगी तो बहाली प्रक्रिया शुरू होगी. सरकार बन गई, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.



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शिक्षक दिवस तक दिया था अल्टीमेटम


शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कहा था कि पहली कैबिनेट मीटिंग में यह निर्णय होगा, लेकिन नहीं हुआ. अभ्यर्थियों ने शिक्षक दिवस तक का अल्टीमेटम सरकार को दिया था पर आज भी शिक्षक दिवस पर कोई एलान नहीं हुआ. ऐसे में उन लोगों में आक्रोश है जिसको लेकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं.


बताया जाता है कि छठे चरण की शिक्षक भर्ती के लिए 2019 में 94000 भर्तियां निकाली गईं. इनमें सिर्फ 42000 पदों पर नियुक्ति हो पाई. 50 हजार से ज्यादा पद अभी भी रिक्त हैं. पिछले तीन सालों से सातवें चरण की बहाली का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है. कहा कि सातवें चरण की शिक्षक भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो. बहाली शुरू हो यह मांग तीन साल से कर रहे हैं. भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की भी मांग कर रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही.


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