Bihar Teacher Recruitment: बिहार में बनना है शिक्षक तो हो जाएं तैयार, 1.5 लाख पदों पर शिक्षा विभाग निकालने जा रहा भर्ती
Bihar Teacher Vacancy: प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक और कंप्यूटर शिक्षक तीनों के पद मिलाकर करीब डेढ़ लाख शिक्षकों की बहाली होगी. जानिए शिक्षा मंत्री ने क्या कुछ कहा है.
Bihar Teacher Bahali: बिहार में हाल ही में लाखों पदों पर शिक्षकों की बहाली हुई है. एक बार फिर राज्य में 1.5 लाख पदों पर बहाली होने जा रही है. नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बीते बुधवार (21 अगस्त) को इसका ऐलान किया है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि जो डाटा उपलब्ध है और जो आंकड़े हमारे पास हैं उसमें करीब डेढ़ लाख शिक्षकों की और हम लोग बहाली करने वाले हैं. हालांकि उन्होंने समय नहीं बताया है कि कब तक बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक और कंप्यूटर शिक्षक तीनों के पद मिलाकर करीब डेढ़ लाख शिक्षकों की बहाली की हम लोग तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए बिहार लोक सेवा आयोग को बताया गया है.
तीन चरण में अब तक हो चुकी है बहाली
नियोजित शिक्षकों को छोड़ दें तो 2023-24 में शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग से शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया की शुरुआत की. तीसरे चरण की बहाली के साथ अब तक साढ़े तीन लाख के करीब शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसमें तीसरे चरण का सिर्फ रिजल्ट नहीं आया है. दो चरण के रिजल्ट आ चुके हैं और शिक्षक बहाल भी हो चुके हैं. अब डेढ़ लाख अगर और शिक्षकों की बहाली होगी तो करीब पांच लाख नए शिक्षक बहाल हो जाएंगे.
2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है और इसमें विपक्ष भी नौकरी और रोजगार का बड़ा मुद्दा लेकर सरकार को घेर रहा है. ऐसे में सरकार अलर्ट दिख रही है. यह वजह है कि शिक्षा विभाग में जहां बंपर बहाली हो रही है तो वहीं बीते बुधवार को नीतीश सरकार की कैबिनेट की बैठक में भी नौकरी और रोजगार पर अहम निर्णय लिए गए हैं. बीते 15 अगस्त को गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 लाख सरकारी नौकरी देने और 34 लाख रोजगार देने की घोषणा की थी. कहा था कि 2025 के पहले यह पूरा जाएगा. अब सरकार तैयारी में दिख रही है.
इसके साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि बहाली के साथ-साथ कई काम हैं जिसको अभी हम लोगों को करना है. इसमें बिहार के स्कूलों की जर्जर स्थिति भी सबसे बड़ा समस्या है. उन्होंने बताया कि कक्षा 1 से 12वीं तक पूरे बिहार में करीब 74 हजार स्कूल हैं. इसमें बहुत विद्यालय भूमिहीन हैं तो कई जर्जर स्थिति में हैं. इसको एक बार में ठीक कर देना संभव नहीं है लेकिन धीरे-धीरे हम लोग उसको ठीक करने में लगे हैं.
सुनील कुमार ने बताया कि सभी विधायक, विधान पार्षदों को 10-10 स्कूल चिह्नित करने के लिए कहा गया है जो भूमिहीन हैं या पूरी जर्जर स्थिति में हैं. सबसे पहले उन स्कूलों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. धीरे-धीरे सभी स्कूल में छात्रों की बेहतर व्यवस्था हम लोग कर देंगे.
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