(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिहार के शिक्षक ध्यान दें! ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए शुरू होने जा रहा आवेदन, यहां पढ़ें गाइडलाइन
Bihar Teacher News: ऑनलाइन आवेदन से पहले सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को नए सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी दे दी गई है. पढ़िए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने क्या कुछ कहा है.
Bihar Teacher Transfer Posting Online Apply: बिहार में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर शिक्षक बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. अब वह वक्त नजदीक आ गया है. अब शिक्षक 6 या 7 नवंबर से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने इस संबंध में बीते शनिवार (02 नवंबर) को जानकारी दी है. नए साल (2025) के पहले सप्ताह में शिक्षक नए स्कूल में योगदान भी दे देंगे. इसकी पूरी तैयारी हो गई है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने कहा कि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को नए सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी दे दी गई है. कुछ दिनों तक सॉफ्टवेयर का ट्रायल चलेगा. उन्होने कहा कि 6 नवंबर नहीं तो 7 नवंबर से हम लोग ऑनलाइन आवेदन शुरू कर देंगे. इसके साथ ही सोमवार (04 नवंबर) को हम लोग एक-एक गाइडलाइन भी जारी कर देंगे. उन्होंने कहा कि जो भी शिक्षक हैं वो पॉलिसी के हिसाब से जगह खोज कर रखें, उसे पेपर पर नोट करके रखें, ताकि आवेदन के समय भरना आसान हो जाए.
एस सिद्धार्थ ने कहा कि बीमार या दिव्यांग शिक्षक अपने पंचायत में ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं महिला शिक्षक अपने गृह पंचायत को छोड़कर 10 जगहों के लिए अप्लाई कर सकती हैं. पुरुष शिक्षकों को अपने अनुमंडल को छोड़कर 10 अन्य जगह को चुनने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर शिक्षक भी ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकेंगे. पहले ये पॉलिसी में नहीं था, लेकिन जोड़ दिया गया है.
करीब 15 दिनों का दिया गया समय
बता दें कि ट्रांसफर के लिए पुराने शिक्षक, बीपीएससी टीचर और सक्षमता परीक्षा पास शिक्षक आवेदन कर सकेंगे. आवेदन करने के लिए 15 दिनों का समय मिलेगा. 15 दिनों के अंदर वो अपने विकल्पों में चाहें तो दोबारा बदलाव कर सकते हैं. एस सिद्धार्थ ने कहा कि किसी को स्कूल नहीं भरना है.
जिस जिले में एक अनुमंडल है वहां क्या होगा?
एक सवाल पर कि जिस जिले में एक ही अनुमंडल है वहां पर शिक्षक क्या करेंगे? इस पर एस सिद्धार्थ ने कहा कि आप बगल वाला अनुमंडल दे सकते हैं. बॉर्डर पर जो इलाके हैं. आवेदन की प्रक्रिया खत्म होने के बाद शिक्षा विभाग सॉफ्टवेयर चलाने के लिए 10 दिनों का समय लेगा. उन्होंने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग में पूरी पारदर्शिता होगी. कभी कोई जानकारी मांगी गई तो दी जा सकती है.
वहीं दूसरी ओर एस सिद्धार्थ ने कहा कि जिलों में डीएम की अध्यक्षता में एक स्थापना कमेटी बनाई गई है. ट्रांसफर-पोस्टिंग में कभी कोई गड़बड़ी आती है तो इस कमेटी में बात को रखा जा सकता है. जैसे अगर किसी स्कूल में छात्रों की संख्या कम है और शिक्षकों की संख्या ज्यादा है, या फिर किसी स्कूल में छात्रों की संख्या ज्यादा है और शिक्षकों की संख्या कम है, तो ऐसे सभी मामलों को जिला स्थापना कमेटी देखेगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि ट्रांसफर-पोस्टिंग की सारी प्रक्रिया मुख्यालय स्तर से होगी. जिलों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा.
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