पटना: सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर जारी वार-पलटवार के बीच शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सीएम नीतीश को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी के जरिये उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि माना कि जबरन मुख्यमंत्री बनाए गए हैं, लेकिन आप अपनी सीएम पद की ज़िम्मेदारियों से भाग नहीं सकते. आपके 15 साल के कुशासन से अतीत कहीं ज्यादा सुनहरा था.


ग्रामीण इलाकों की घटनाओं का नहीं होता जिक्र


तेजस्वी ने लिखा कि पिछले कुछ दिनों में बलात्कार, अपहरण और हत्या समेत अन्य आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. केन्द्र सरकार के आंकड़े भी बिहार की दयनीय कानून व्यवस्था को प्रमाणित करते हैं. चर्चित आपराधिक घटनाएं तो सुर्खियां बनती हैं, लेकिन जिला मुख्यालय सहित पंचायत स्तर पर रोजाना अनगिनत हत्या, बलात्कार जैसी घटनाओं का तो जिक्र तक भी नहीं होता.


इतिहास खोदने में बर्बाद करते हैं समय


उन्होंने लिखा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप (नीतीश कुमार) जितनी उर्जा और समय सालों पुराना इतिहास खोदने में बर्बाद करते हैं, अगर उसका थोड़ा हिस्सा भी तत्परता से बिहार के विधि व्यवस्था को सुदृढ़ करने में लगाते तो कुछ अच्छा परिणाम दिखाई देता. आप अपने प्रशासन को जवाबदेह बनाने की बजाए सारा ठीकरा इतिहास पर फोड़ते हैं. बिहार का आम अवाम कह रहा है कि आपके 15 वर्ष के कुशासन से कहीं ज्यादा सुनहरा अतीत था.


अपराधी आपके ताज की बढ़ाते हैं शोभा


तेजस्वी ने कहा कि आपके अधीन गृह विभाग तो अपराध सृजन का मुख्य केन्द्र है. सत्ता संपोषित और संरक्षित अपराधी आपके ताज की शोभा बढ़ा रहे हैं. प्रशासन में आम आदमी की क्या, जन प्रतिनिधियों की भी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती. आपके अधिकारी फोन तक नहीं उठाते है. आपके चेहरे पर बेबसी, लाचारी और थकान स्पष्ट दिखाई रही है. आपके वरिष्ठ गठबंधन सहयोगी ही आपकी कार्यक्षमता, कार्यकुशलता और संवेदनशीलता पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं.


पुराने जुमलों से नहीं चलेगा काम


तेजस्वी ने कहा कि "कानून अपना काम कर रहा है, हम न किसी को फंसते हैं, न बचाते हैं" जैसे पुराने जुमलों से अब काम नहीं चलेगा. अपराध मुक्त बिहार बनाने के लिए विपक्ष सरकार को हर तरह से सकारात्मक सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है. आप बिहार में आई हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण की सुनामी को रोक आमजन को बचाइए.


योग्य अधिकारियों का पदस्थापन कीजिये


उन्होंने कहा कि माना कि आप थर्ड ग्रेड की पार्टी के नेता होने के बावजूद जबरन मुख्यमंत्री बनाए गए हैं, लेकिन आप अपनी संवैधानिक जिम्मेवारियों से नहीं भाग सकतें. बिन मांगे सुझाव है कि आप पूर्वाग्रह, सभीकरण और पदों की नीलामी त्यागकर कर्मठ, जुझारू औए योग्य अधिकारियों का पदस्थापन कीजिए.


तेजस्वी ने लिखा कि आपसे आग्रह है कि निष्पक्षता और प्राथमिकता के आधार पर विधि व्यवस्था को सुदृढ़ कर राज्यवासियों को भयमुक्त करें. नहीं तो बिहार की जनता आपको कभी भी माफ नहीं करेंगी और इतिहास के फुटनोट में भी जगह नहीं मिल पाएगी.


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