पटना: बिहार में लागू शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) में सरकार ने बड़ा बदलाव किया है. प्रदेश में अब वैसे लोग जेल नहीं जाएंगे तो शराब के नशे में पकड़े जाने पर ये बता देंगे कि उन्होंने शराब कहां से खरीदी है. जेल में बढ़ रहे दबाव को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है. साथ ही इस फैसले से शराब माफियाओं की भी कमर तोड़ने की तैयारी है. हालांकि, इस फैसले पर विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है. आरजेडी (RJD) नेता और विधायक शक्ति यादव (Shakti Yadav) ने सोमवार को कहा था कि सरकार के इस फैसले से राज्य में अपराध बढ़ जाएगा.
तेजस्वी ने इस अंदाज में ली चुटकी
हालांकि, मंगलवार को जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य सरकार पर तंज कसा. उन्होंने हंसते हुए कहा, " शराबी द्वारा दी गई जानकारी की सत्यता का जांच कौन करेगा शिक्षक या पुलिस? राज्य में तो पुलिस भी शराब बेच रही है. थाने से शराब की डीलिंग हो रही है. ऐसे में उनकी जांच कौन करेगा."
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संस्कारों को दिया हवाला
दिल्ली में वरिष्ठ नेता शरद यादव (Sharad Yadav) से मिलने उनके आवास पहुंचे तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई देने के संबंध में कहा कि ये तो आम बात है. हम तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शुभकामनाएं देते हैं. लेकिन ये दोनों नेता मुझे जन्मदिन पर कभी शुभकामनाएं नहीं देते. लेकिन हमें तो हमारे माता पिता ने संस्कार दिया है कि तुम छोटे हो तो तुम्हें बड़ों की इज्जत करनी है. ऐसे में हम उसी राह पर चलते हैं.
गौरतलब है कि पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने इन मुद्दों से इतर जातीयजागण, लोकतंत्र समेत अन्य मुद्दों पर भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना होना आवश्यक है. ऐसा होने से सबका विकास होगा. लेकिन इसके लिए सबको साथ आना होगा.
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