बेतिया: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में एक दंपति सहित तीन लोगों की जान लेने वाली बाघिन ने भी आखिरकार शुक्रवार की सुबह दम तोड़ दिया. गुरुवार को इस बाघिन को पिंजरे में कैद कर पटना चिड़ियाघर लाया गया था, जहां उसने शुक्रवार को अंतिम सांस ली. वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व क्षेत्र के निदेशक हेमकांत राय ने शुक्रवार को बताया कि बाघिन की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि गुरुवार को जब उसे मंगुराहा वन क्षेत्र के मानसरोवर नाले के पास से पिंजरे में कैद किया गया था, तभी वह कमजोर थी.


हेमकांत राय ने कहा कि बाघिन पूरी तरह से लाचार हो गई थी. उसके शरीर में जख्म भी थे. उन्होंने कहा कि संभवत उसकी उम्र भी 14 से 15 साल के करीब थी. राय ने कहा कि बाघिन को पटना चिड़ियाघर भेजा गया था, जिसकी अब मौत हो गई.


13 फरवरी से लगातार बाघिन की तलाश थी


उल्लेखनीय है कि तीन लोगों की जान लेने के बाद वन विभाग की टीम 13 फरवरी से लगातार बाघिन की तलाश में लगी हुई थी, लेकिन वह अपनी लोकेशन शिफ्ट करती रही. अंतत: उसे ट्रैप कैमरों और पग मार्क के माध्यम से वन विभाग की टीम ने गुरुवार को पकड़ा था. इस 60 सदस्यीय टीम में कई वन रक्षक, वनकर्मी, तीन पशु चिकित्सक सहित स्वयंसेवी संस्था के लोग भी शामिल थे.


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