नालंदा: बिहार के नालंदा जिला स्थित सदर अस्पताल में इलाजरत कैदी की सोमवार को मौत हो गई. मौत की सूचना मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक भुरल यादव ट्रक ड्राइवर था. बीते सात जनवरी को पावापुरी ओपी थाना इलाके में सड़क हादसे में कंडक्टर की मौत हो गई थी, जिसके बाद कंडक्टर के परिजनों ने ड्राइवर पर हत्या का आरोप लगाकर पावापुरी ओपी थाना में मामला दर्ज कराया था.
सड़क हादसे में हुई थी मौत
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया था. मृतक कैदी के पुत्र गणेश यादव ने बताया की उसके पिता ट्रक पर सामान लोड करके झारखंड के बोकारो से आ रहे थे. इसी दौरान वे ट्रक को साइड में लगाकर कुछ काम करने में जुटे. इस दौरान विपरीत दिशा से अज्ञात वाहन ने आकर ट्रक में धक्का मार दिया, जिससे कंडक्टर की मौत हो गई. ड्राइवर द्वारा कंडक्टर के परिजन को घटना की सूचना दी गई.
मृतक के बेटे ने लगाया आरोप
ऐसे में कंडक्टर के परिजनों ने ड्राइवर पर ही हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया, जिसके बाद पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया. गणेश यादव का आरोप है कि उसके पिता के साथ पुलिस ने काफी बेरहमी से मारपीट की, जिससे वो बुरी तरह से जख्मी हो गए. जब से वे गिरफ्तार हुए थे, तब से वह इलाजरत ही थे. उसने यह भी कहा कि उसके पिता को पुलिस ने बहुत टॉर्चर किया, जिससे वो काफी कमजोर हो गए थे.
इधर, मृतक कैदी की पत्नी का कहना है कि उसके पति को जानबूझकर फंसाया गया. पुलिस की पिटाई से वे काफी टूट चुके थे. उनका इलाज भी सही ढंग से नहीं किया जा रहा था. इस कारण उसकी मौत हो गई. ओपी थाना अध्यक्ष शकुंतला कुमारी ने बताया कि कैदी के साथ मारपीट नहीं किया गया है. बल्कि घटना के समय उन्हें भी चोट लगी थी. इस कारण उसकी मौत हो गई.
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