पटना: पटना जिला प्रशासन ने गुरुवार को बेउर केंद्रीय जेल में औचक छापेमारी की और 3 मोबाइल फोन और चार्जर बरामद किए. पिछले 33 दिनों में यह दूसरी छापेमारी थी. 3 मार्च को, जिला पुलिस ने बेउर जेल में छापा मारा था और कई मोबाइल फोन, सिमकार्ड, चार्जर और एक लाल रंग की डायरी बरामद की थी. बिहार की जेलों में मोबाइल फोन के लगातार इस्तेमाल ने प्रशासन को कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया है.
पुलिस महानिरीक्षक(कारागार) मिथिलेश मिश्रा ने कहा, "जेल से आपराधिक गतिविधियों की जांच करने के लिए, हमने जेल अधीक्षक को छोड़कर सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगा दिया है. हमने इस संबंध में बिहार के सभी जेल अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. अब यदि कोई जेल अधिकारी या कर्मचारी मोबाइल फोन का प्रयोग करता हुआ पाया जाता है, तो विभाग उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा."
कोई भी कर्मचारी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा
मिश्रा ने कहा, "जेल अधीक्षक यह सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेह होगा कि कोई भी कर्मचारी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा. यदि कोई आदेश का उल्लंघन करता है, तो जेल अधीक्षक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा." इससे पहले, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट जेल, सहायक अधीक्षक, क्लर्क, जेल डॉक्टर, पैरा मेडिकल ऑफिसर, प्रोग्रामर और कंप्यूटर ऑपरेटरों को जेल परिसर के अंदर सेल फोन का उपयोग करने की अनुमति थी.
सूत्रों ने कहा कि जेल कर्मचारियों में कैदियों के साथ आपसी समझ है और वे कथित तौर पर उन्हें मोबाइल फोन मुहैया कराते हैं. अधिकारी ने कहा कि जेलों के अंदर भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों को कम करने के लिए यह नई पहल की जा रही है.
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