पटना: बिहार में यातायात व्यवस्था को लेकर सुधार होने जा रहा है. बिहार के सभी जिलों में नवंबर महीने तक एचएचडी (Hand Held Device) के माध्यम से ई-चालान कटने लगेगा. मैनुअल चालान पूरी तरीके से बैन हो जाएगा. अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने बुधवार (4 अक्टूबर) को प्रेस वार्ता कर जानकारी दी है.


सभी जिलों में एचएचडी के माध्यम से काटे जाएंगे चालान


अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ प्रवर्तन में न्यूनतम मानव हस्तक्षेप की तैयारी करने वाले हैं. इससे प्रवर्तन में पारदर्शिता एवं एकरूपता आएगी. नवंबर महीने तक एचएचडी के माध्यम से ई चालान होगा. स्मार्ट सिटी में भी मैनुअल चालान पूरी तरह से बंद हो जाएगा. हमलोगों ने दो स्मार्ट सिटी में एचएचडी के माध्यम से प्रयास किए हैं जिसका सकारात्मक रिजल्ट आया है. अन्य शहरों में सीसीटीवी नहीं लगे हैं वहां पर एचएचडी के माध्यम से प्रवर्तन का प्रयास चल रहा है.



शेष बचे जिलों में एचएचडी लगाने  का काम जारी


सुधांशु कुमार ने कहा कि पहले चरण में 12 जिलों को सौ फिसदी कवर किया गया था. वहां पर मैनुअल चालान बंद हो गए थे. ये ऐसे जिले थे जहां यातायात के बल स्वीकृत था. दूसरे चरण में 10 अन्य जिलों को सौ फिसदी अच्छादित कर दिया गया है. मैनुअल चालान को पूरी तरह बंद दिया गया है. अगले चरण में 30 नवंबर 2023 तक शेष बचे 18 जिलों में एचएचडी का वितरण कर 100 प्रतिशत अच्छादित कर दिया जाएगा. इस पर काम चल रहा है.


 लोगों को नहीं उठानी पड़ेगी परेशानी


अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने कहा कि एचएचडी के माध्यम से ई चालान के कई प्रत्यक्ष लाभ हैं. जैसे- ऑनलाइन क्रेडिट और डेबिट कार्ड, युपीआई भुगतान. इसके साथ ही नकद भुगतान के मल्टीपल ऑप्शन का प्रावधान है. कोई व्यक्ति उल्लंघन करता है तो उसके लिए पेडिंग चालान भी है. फाइन का अधिकांश भुगतान सीधे अकाउंट में चला जाता है. पहले नकद राशि वसूल की जाती थी उसमें बहुत कमी आ गई है. अब एचएचडी के माध्यम से ई-चालान बनाया गया है. खासकर चालान काटने वाले पुलिस अधिकारियों को बॉडी कैमरा पहनना अनिवार्य कर दिया गया.


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