Sub-Inspector Madhu Kashyap: बिहार में आज (21 अक्टूबर) को 1239 दरोगा को नियुक्ति पत्र बांटा गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से नियुक्ति पत्र बांटे. इस मौके पर आज बिहार ने एक इतिहास बनाया है. दरअसल 1239 नियुक्तियों में आज तीन नियुक्ति ट्रांसजेंडर समाज के लोगों की हुई है. नियुक्ति पत्र मिलने के बाद जहां सभी चयनित दारोगा खुश थे, वहीं एबीपी से खास बातचीत में दारोगा मधु कश्यप ने कहा कि इस कंधों पर यह दो सितारे जितने बड़े हैं, उसे बड़ी हमारी जिम्मेदारी है. सीएम नीतीश कुमार ने हमारे कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. इस जिम्मेदारी को देने के लिए मैं सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देती हूं. 


मधु कश्यप ने एबीपी से कही कई बड़ी बातें 


मधु कश्यप ने कहा कि हमारी कम्युनिटी का कहीं कोई नाम नहीं लेता था. हमें कहीं खड़े होने नहीं दिया जाता था. आज नीतीश कुमार ने हमें इतना बड़ा सम्मान दिया है. आज बिहार में पूरी दुनिया को संदेश दिया है, जो बिहार कर सकता है. वह कोई नहीं कर सकता है. मुझे गर्व है कि मैं बिहारी हूं. मधु कश्यप ने कहा कि हमारा समाज बहुत अग्रसर है, बहुत आगे है. हमारे समाज के लोग पूरे तरीके से फिट होते हैं. थोड़े से मेडिकल प्रॉब्लम के कारण पूरी स्ट्रैंथ को जज नहीं किया जा सकता. दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं है, हर किसी में कुछ ना कुछ डिसएबिलिटी होती है. 


बिहार की नव नियुक्त ट्रांसजेंडर दारोगा ने कहा कि हमारे समाज में 60% अवेयरनेस आई है, आगे और आएगी. अवेयरनेस का कारण है कि आज मैं सबके सामने सब इंस्पेक्टर के तौर पर खड़ी हूं. मैं अपने समाज के सभी भाई बहन को सजेस्ट करती हूं, वह अच्छे से पढ़ें. इतनी बड़ी अपॉर्चुनिटी है, अपने कर्तव्य को देश के लिए समर्पित करें. 


मधु कश्यप से जब पूछा गया कि संघर्ष और पद इन दोनों के बीच जो दूरियां थी उसमें कितनी चुनौतियां रहीं, इस पर मधु कश्यप ने कहा कि चुनौतियां हर किसी के जीवन में है. स्त्री हो या पुरुष या फिर ट्रांसजेंडर सबके जीवन में चुनौतियां होती हैं. बहुत चुनौतियां मेरे जीवन में भी आई लेकिन संघर्ष करने से पता चला कि कोई चुनौती नहीं है. क्योंकि अगर संघर्ष नहीं करेंगे तो मनुष्य जीवन का क्या फायदा? समाज से जो ट्रांसजेंडर की दूरी थी. वह कम हुई है. इस सवाल का जवाब देते हुए मधु कश्यप ने कहा कि मैं कहना चाहती हूं कि हर एक सेक्टर में ट्रांसजेंडर को जगह दीजिए. 


'पीएम हमें यूपीएससी के लिए भी मौका दें'


हम हर सेक्टर में काम करने के लिए कपेबल हैं. अगर हम कैपेबल नहीं होते तो आज मैं यहां खड़ी नहीं होती. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह करना चाहती हूं कि हमें यूपीएससी के लिए भी मौका दें. हम वहां भी अपने आप को प्रूफ करेंगे. जैसे बिहार के शिक्षक, अग्निशमन जैसे विभिन्न सेक्टर में हमारे लिए ऑपच्यरुनिटीज आ रही है, वैसे केंद्रीय नौकरियों में भी हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो, इसके लिए मैं पीएम मोदी से आग्रह करूंगी.  मधु कश्यप से जब पूछा गया कि अगला लक्ष्य क्या है? तो उन्होंने कहा यूपीएससी निकालना है. 


ये भी पढ़ेंः Bihar News: कश्मीर में बिहार के श्रमिकों की मौत पर सीएम ने जताया दुख, आश्रितों के लिए दो-दो लाख मुआवजे का किया ऐलान