पटना: बिहार के दो आईपीएस अफसरों में जबरदस्त खींचतान की स्थिति बनी हुई है. इसमें एक हैं आईपीएस शोभा अहोतकर (Shobha Ohotkar) और दूसरे हैं आईपीएस विकास वैभव (Vikas Vaibhav). शोभा अहोतकर होम गार्ड एंड फायर सर्विसेज में डीजी हैं तो वहीं विकास वैभव आईजी हैं. कुछ दिन पहले विकास वैभव के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट पोस्ट हुआ था जिसमें शोभा अहोतकर के बारे में लिखा गया था कि वो उनको गालियां देती हैं. मां और बहन को संबोधित करते हुए जुबान से प्रताड़ित करती हैं. उन्होंने आईपीएस शोभा के कॉल रिकॉर्ड्स उनके पास होने के भी दावे किए.
टर्मिनेट करने के लिए पूछा सवाल
दोनों अफसरों के बीच इसके बाद खींचतान शुरू हो गई. इसके बाद शोभा अहोतकर ने एक लेटर जारी करते हुए विकास वैभव को कारण बताओ नोटिस जारी किया. उसमें कहा गया कि आपको टर्मिनेट करने की सिफारिश क्यों नहीं की जानी चाहिए? नोटिस में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था. इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों से भी कई तरह की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई. लोग केके पाठक को याद करने लगे जिनके कुछ दिन पहले ही अधिकारियों को गाली देने के वीडियो वायरल हुए थे. हालांकि विकास वैभव ने इस ट्वीट और पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दिया था, लेकिन उसका स्क्रीनशॉट जमकर वायरल हो गया जिसपर दोनों अफसरों के बीच तनातनी शुरू हो गई.
मुख्यमंत्री नीतीश ने दी थी प्रतिक्रिया
मामला शुरू होने के बाद इस पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं होता है. वो ऐसा कर रहे तो ये गलत है. कहा था कि मामले में कुछ बोलना उचित नहीं है. इन सब मामलों को लेकर अधिकारियों को कहा गया है कि पहले जांच करा लीजिए, लेकिन कोई नौकरी करते अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं होता है. यह अच्छी बात नहीं है. जो भी समस्या है उसे निजी तौर पर अधिकारियों को जानकारी देनी चाहिए.
सोशल मीडिया पर मुहिम चलाते आईपीएस विकास वैभव
देखा जाए तो दोनों ही चर्चित ऑफिसर हैं, लेकिन आईपीएस विकास वैभव थोड़े शालीन मिजाज के अफसर हैं. समाज सेवा और छात्रों के प्रति उनको खास लगाव है. उन्होंने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है. वह बिहार के सबसे चर्चित आईपीएस में से एक हैं. विकास वैभव सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. सोशल मीडिया पर 'लेट्स इंस्पायर बिहार' मुहिम चलाते हैं. इसके साथ ही कई सामाजिक कार्यों से जुड़ें हुए हैं.
दबंग महिला अफसर शोभा अहोटकर
इसके ठीक विपरीत शोभा अहोतकर दबंग महिला अफसर हैं. वह बिहार की पहली महिला डीजी भी रही हैं. इनको हंटरवाली भी कहा जाता है. वह अपने कड़े अनुशासन और सख्त नियमों के लिए जानी जाती हैं. कुछ महीने पहले जब पटना के विश्वेश्वरैया भवन में आग लगी थी तब भी उन्होंने अधिकारियों को खूब फटकार लगाई थी. खबरों में भी आईं थी.
शोभा अहोतकर पुणे की रहने वाली हैं. वह 1990 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. रिपोर्ट की मानें तो उन्होंने बिहार में चार्ज संभालने के दौरान पटना से लेकर रांची तक कई मामले का भांडाफोड़ किया था. बिहार से कोल माफिया का सफाया किया था. पटना में एसपी के पद पर रहते हुए नकली सामान बेचने वाले गिरोह का भांडाफोड़ किया था. वह हमेशा से एक दबंग मिजाजी महिला अफसर के तौर पर जानी जाती हैं.