Gopalganj Accident: गोपालगंज में एक साथ घर के 2 चिराग बुझे, सड़क हादसे में सगे भाइयों की मौत
Gopalganj Road Accident: मंगलवार को परिजन पोस्टमार्टम के बाद शवों को एंबुलेंस से पैतृक गांव लेकर गए, जहां दोनों का दाह-संस्कार किया गया. पढ़ें पूरी खबर.
Two Own Brothers Died In Gopalganj: गोपालगंज में बहन से राखी बंधवाने जा रहे दो सगे भाइयों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. घटना सोमवार रात की महम्मदपुर थाना क्षेत्र के बहदुरा गांव में एसएच-90 पर हुई. मंगलवार की सुबह मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. पुलिस इस हादसे की जांच में जुटी है. मौत के बाद परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं.
पुलिस ने शवों का कराया पोस्टमार्टम
मृतक दोनों सगे भाइयों की पहचान 18 वर्षीय चंदन कुमार और 25 वर्षीय बबलू कुमार के रूप में हुई, जो सारण के परसा थाना क्षेत्र के बनकेरवा गांव निवासी परशुराम दास के पुत्र थे. वहीं, हादसे की सूचना पाकर पहुंची महम्मदपुर थाने की पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
मंगलवार को पहुंचे परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को एंबुलेंस से पैतृक गांव लेकर गए, जहां दोनों का दाह-संस्कार किया गया. परिजनों के मुताबिक चंदन कुमार की थावे मंदिर परिसर में प्रसाद की दुकान थी. थावे से सोमवार की शाम ट्रेन पकड़कर अपने घर बहन से राखी बंधवाने के लिए निकला था. रास्ते में उसके मूल सर्टिफिकेट गुम हो गए और वह ट्रेन में ही खूब रोने लगा.
वहीं, बैकुंठपुर के सिंहासिनी मंदिर में दुकान चला रहे बड़े भाई बबलू कुमार को जब इसकी जानकारी हुई तो वह सिधवलिया स्टेशन पर ही छोटे भाई को ट्रेन से उतार लिया और बाइक से दोनों बहन से राखी बंधवाने के लिए घर के लिए निकल गए. बहदुरा गांव के पास पहुंचते ही किसी अज्ञात वाहन से उनकी बाइक में टक्कर हो गई और दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
तीन भाइयों में दोनों बड़े भाईयों की मौत
बनकेरवा गांव के रहनेवाले परशुराम दास को दोनों जवान बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत होने की खबर मिली तो उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. तीन भाईयों में दोनों मृतक बड़े भाई थे. एक छोटा भाई घर पर रहता है. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से दोनों भाई मंदिर परिसर में प्रसाद की दुकान चलाकर घर-परिवार चलाते थे. छोटी बहन से दोनों भाइयों की प्यार थी, इसलिए रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए इंतजार कर रही बहन को निराश नहीं करना चाहते थे.
स्थानीय लोग कह रहे हैं कि मौत दोनों को एक साथ खींच लाई. ट्रेन से घर जाने के लिए निकले छोटे भाई चंदन कुमार को भी बबलू ने अपने साथ चलने के लिए सिधवलिया स्टेशन पर उतरवा दिया और बाइक पर बैठा लिया. सदर अस्पताल में पहुंचे परिजन बेसुध होकर बार-बार गिर जा रहे थे. आस-पास के लोग भी दोनों सगे भाईयों की मौत से मर्माहत थे.