Two Railway Employees Of Katihar Dismissed: पूरे भारत में कहीं ना कहीं आए दिन रेल हादसे की खबर सुनने को मिल रही है. वहीं बीते दिनों कटिहार रेल मंडल अंतर्गत एकलखी रेलवे स्टेशन अप लाइन पर किमी 215/3-4 रेलवे लाइन ट्रैक का फिश प्लेट खुला हुआ मिलना, कहीं ना कहीं साजिश की ओर इशारा कर रहा है. नक्सलियों या  फिर असमाजिक तत्वों के निशाने पर रेलवे ट्रैक और यात्री ट्रेन भी हैं. रेलवे के अधिकारी ने इस मामले को लेकर जूनियर इंजीनियर डी.सी कुमार एवं ट्रैकमैन विकी उरांव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. वहीं डी.सी कुमार ने कहा कि घटना की व्यापक जांच किए बिना अनुचित तरीके से निशाना बनाया गया है.


'असंगत रूप से डाली जा रही दुर्घटना की जिम्मेदारी' 


डी.सी कुमार ने कहा कि जमीनी हकीकत की जांच करने के लिए विस्तृत जांच आवश्यक है. ऐसा प्रतीत होता है कि संभावित चूकों को नजरअंदाज करते हुए दुर्घटना की जिम्मेदारी असंगत रूप से डाली जा रही है. इंप्लाइज यूनियन डिवीजन कटिहार के जॉइंट सेक्रेटरी प्रेम शंकर सिंह ने कहा कि चौकीदार की जांच के अनुसार, सुबह 8 बजे तक फिशप्लेट लगी हुई थी और जब चाबी वाला मौके पर पहुंचा तो उसने पाया कि फिश प्लेट खुली हुई थी. इस छोटी सी अवधि में फिशप्लेट को आसानी से नहीं खोला जा सकता है, क्योंकि वहां मौजूद चौकीदार ने बताया कि क्लैंप को पूरी रात में केवल दो बार कसने की जरूरत होती है. यह बाहरी लोगों की ओर से उपद्रवियों और तोड़फोड़ की गतिविधि का मामला हो सकता है.


डीआरएम ने उचित न्याय का दिया आश्वासन


इस सिलसिले में कटिहार रेल मंडल के डीआरएम सुरेंद्र कुमार को ज्ञापन देकर उचित जांच की मांग की गई है. इंप्लाइज यूनियन के केंद्रीय संगठन मंत्री रजनीश कुमार ने कटिहार डीआरएम सुरेंद्र कुमार को ज्ञापन देते हुए कहा कि इस मामले की उचित जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाए. जांच में पूरी पारदर्शिता हो, नहीं तो हम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे. कटिहार रेल मंडल के डीआरएम सुरेंद्र कुमार ने उचित न्याय का आश्वासन दिया है.


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