Bihar News: 'बिहार में मेरे साथ भी हुई थी ऐसी स्थिति...', चंपई सोरेन पर बोलते हुए जीतन राम मांझी का छलका पुराना दर्द
Jitan Ram Manjhi: झारखंड में पूर्व सीएम चंपई सोरेन के झामुमो छोड़ने के संकेत देने के बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि एनडीए परिवार में उनका स्वागत है. साथ ही उन्होंने अपनी पुरानी बातों की भी याद दिलाई.
Jitan Ram Manjhi On Champai Soren: झारखंड के पूर्व सीएम सह उच्च शिक्षा मंत्री चंपई सोरेन ने झामुमो छोड़ने के संकेत दिए हैं. उनके बीजेपी में जाने की चर्चा पर गया में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है, जिसमें पर लिखा है कि चंपाई सोरेन का एनडीए परिवार में स्वागत है. चंपाई सोरेन को मांझी ने टाइगर बताया है और कहा कि आप टाइगर थे, टाइगर है और टाइगर हीं रहेंगे.
चंपाई सोरेन पर जीतन राम मांझी ने क्या कहा?
बोधगया में स्थित अपने आवास पर सोमवार 19 अगस्त को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने बताया कि हमने चंपई सोरेन का व्यक्तिगत स्वागत किया है. अगर वह एनडीए में आते है तो..? वैसे एनडीए में आना एनडीए के बड़े नेताओं पर निर्भर करता है. इसलिए व्यक्तिगत स्वागत किया है कि हमारे साथ में वैसी ही परिस्थिति हुई थी, जो आज चंपई दा के साथ आई है. लोकतंत्र में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए. मांझी ने कहा कि उनको सीएम बनाया गया था और अगर उनको कहा जाता तो निश्चित रूप से स्टेप डाउन कर देते.
मांझी ने कहा कि जबरदस्ती उनसे इस्तीफा ले लेना, उनके कार्यक्रम को रद्द कर देना यह उचित नहीं था. इसलिए हमने उन्हें कहा कि आप साहसी आदमी हैम. ।8 जनवरी से जुलाई महीने तक सीएम रहने का काम किया है. इस दौरान उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया था. उनके कार्यों की सराहना होती है. विश्वास किया यह सही है, लेकिन विश्वास का यह मतलब नहीं है कि जब हम स्टेप डाउन करने के लिए कहेंगे तो नहीं करेंगे. उनके एनडीए में शामिल होने से झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ा असर होगा. झारखंड में राजनीति में सक्रिय रूप से साथ रहेंगे और बहुत सीटो पर वहां कब्जा कर लेंगे.
मांझी ने सीएम ममता पर भी कसा तंज
कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले पर उन्होंने कहा की यह घटना किसी भी प्रशासनिक के लिए लज्जाजनक स्थिति है. विधि व्यवस्था राज्य का मामला हुआ करता है. महिला सीएम है और महिला के साथ ऐसी घटना होती है तो उनको तो हर हालत में एक्शन लेना चाहिए, लेकिन उल्टा आंदोलनकारी के रूप में सामने आए हैं. मांझी ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया है कि स्वत: मामला को संज्ञान लिया है और सुनवाई करेगी. ममता बनर्जी को तौबा करते हुए कहा कि महिला होने के नाते महिला के साथ इस तरह की घटना हुई और दूसरा कोई हस्तक्षेप करे यह लज्जाजनक है, अगर उनका मोरल है तो इस्तीफा दे देना चाहिए था.
राहुल गांधी के एक्स मीडिया पर लेटरेल से मंत्रालय के सभी पदों पर भर्ती कर आरक्षण छीनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एनडीए में हमे ऐसा नहीं लग रहा है. अगर आरक्षण छीनने की बात होती और एससी में सबसे हाशिए तबके के लोगों के लिए जीतन राम मांझी को कैबिनेट में स्थान दिया जाता. कहीं कोई आरक्षण छीनने की बात नहीं हो रही है. अगर ऐसा होगा तो हम केबिनेट में है बात करेंगे. एससी में बहुत ऐसी जाति है जिसकी साक्षरता दर कम है. आरक्षण को लेकर विपक्षी दल के जरिए 21 अगस्त को भारत बंद पर उन्होंने कहा कि यह उनका अपना मामला है. अब खाना पीना भी बंद कर दें.
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