पटना: 10 साल बाद फिर बिहार सरकार (Bihar Government) के शिक्षा विभाग (Education Department) ने उर्दू शिक्षकों की बहाली करने का फैसला लिया है. विशेष टीईटी और एसटीईटी आयोजित कर 25500 शिक्षकों की बहाली की जाएगी. इससे पहले एनडीए की सरकार में 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26000 उर्दू बांग्ला शिक्षकों की बहाली निकाली थी. इस बार उर्दू के साथ-साथ फारसी और अरबी विषय के लिए भी शिक्षकों की बहाली होगी.


शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने 15 दिनों में तिथि एवं एसटीईटी आयोजित करने संबंधी नियमावली के साथ पूरी कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है. कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के लिए उर्दू, फारसी और अरबी शिक्षकों की बहाली होनी है. शिक्षा विभाग के अनुसार पहले से उर्दू विषय के लिए कक्षा एक से पांच तक 30032 स्वीकृत पद हैं जिसमें 18666 कार्यरत हैं और 11166 पद खाली पड़े हैं.


कक्षा छह से आठ तक के लिए 3794 स्वीकृत पद हैं, लेकिन 1637 पद रिक्त हैं. शिक्षक छात्र अनुपात के आधार पर कक्षा एक से पांच तक 4580 जबकि कक्षा छह से आठ तक के लिए 2810 शिक्षक अतिरिक्त पद सृजन की आवश्यकता होगी. इस प्रकार कक्षा एक से आठ तक उर्दू विषय के लिए लगभग 20000 पदों पर बहाली की जाएगी.


माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी काफी संख्या में रिक्त पद हैं. माध्यमिक शिक्षक में उर्दू विषय में 2088, फारसी में 600 और अरबी में 300 पद सहित कुल 2900 पदों पर बहाली की जाएगी. उच्च माध्यमिक शिक्षकों में उर्दू के लिए 2000, फारसी के लिए 400 और अरबी के लिए 200 पदों पर बहाली की जाएगी. माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू फारसी एवं  अरबी विषयों के लिए लगभग 5500 पदों पर नियुक्ति होगी.


कैसे ली जाएगी परीक्षा?


शिक्षा विभाग ने विशेष टीईटी और एसटीईटी के जरिए उर्दू, फारसी और अरबी विषयों के लिए शिक्षक भर्ती करने का निर्णय लिया है. इसमें टीईटी परीक्षा के लिए उर्दू फारसी और अरबी विषयों की कक्षा एक से पांच तक के एक पेपर होंगे, कक्षा छह से आठ तक दो पेपर का आयोजन होगा. इसी प्रकार एसटीईटी की उर्दू, फारसी और अरबी विषय की कक्षा नौ से 10 तक एक पेपर होगा तो वहीं कक्षा 11 और 12 के लिए दो पेपर होगा.


उर्दू बांग्ला शिक्षक संघ ने क्या कहा?


शिक्षा विभाग द्वारा होने वाली उर्दू, फारसी और अरबी शिक्षकों की बहाली पर 'उर्दू बांग्ला शिक्षक संघ' ने विरोध करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने 2013 में उर्दू बांग्ला विशेष टीईटी के तहत बहाली कराई थी. 26 हजार पद थे. 14 हजार शिक्षकों की बहाली हो गई थी लेकिन 12 हजार उर्दू शिक्षकों का रिजल्ट निकालकर त्रुटि का हवाला देते हुए कैंसिल किया गया था जिसे आज तक दोबारा बहाल नहीं किया गया. हाई कोर्ट गए. वहां से आदेश भी हुआ लेकिन अब तक बहाली नहीं हुई.