Vegetable Price Hike in Bihar: एक तरफ नवरात्रि में खुशी का माहौल है तो दूसरी ओर दशहरा में सब्जियों के दाम ने किचन का स्वाद फीका कर दिया है. बाजार में सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं. रेट सुनकर लोग सब्जियों को खरीदने से पहले एक बार जरूर सोच रहे हैं. बिहार की राजधानी पटना में सब्जियों के भाव क्या चल रहे हैं इसका जायजा सोमवार (07 अक्टूबर) को लिया गया. टमाटर और लहसुन के भाव सबसे अधिक बढ़े हैं.
अभी जो बाजार में हरी सब्जियां बिक रही हैं उनका भाव अन्य दिनों के मुकाबले दो या तीन गुना ज्यादा है. पटना की मीठापुर सब्जी मंडी या अंटा घाट सब्जी मंडी में बाहर से आने वाली सब्जियों के भाव में पहले से काफी इजाफा हुआ है. इसके कारण आम लोगों को भी महंगे दाम पर सब्जी मिल रही है. जो टमाटर 30 से 40 रुपये किलो मिलता है उसके लिए अभी आपको 100 रुपये देने होंगे.
शिमला मिर्च 140 से 160 रुपये किलो
लहसुन की कीमत 400 प्रति किलो तक हो गई है. खुदरा बाजार की बात करें तो सब्जियों के भाव में नया आलू 60 रुपये किलो तो पुराना आलू 40 रुपये किलो बिक रहा है. प्याज 60 से 70 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. नेनुआ 40 रुपये किलो, भिंडी 40 रुपये किलो, करेला 60 रुपये किलो तो बैंगन 60 से 80 रुपये किलो है. वहीं फूल गोभी 50 से 80 रुपये पीस है. बंधा गोभी 60 किलो तो शिमला मिर्च 140 से 160 रुपये प्रति किलो है.
कच्चा केला 40 से 50 रुपये दर्जन
गाजर 60 रुपये किलो, मूली 40 तो वहीं खीरा 60 रुपये किलो बिक रहा है. लौकी के भाव की बात करें तो 40 से 50 रुपये पीस आपको मिल जाएगा. कच्चा केला 40 से 50 रुपये दर्जन है. पालक 60 रुपये किलो तो वहीं बोरो 80 रुपये किलो है. हरा मटर 240 से 250 रुपये प्रति किलो है. हरी मिर्च और अदरक 100 से 120 रुपये किलो एवं धनिया पत्ता 300 किलो है.
क्या कहते हैं ग्राहक?
ग्राहकों का कहना है कि त्योहार की खुशियां है लेकिन जिस तरह से सब्जियों के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ऐसे में पर्व मनाना आसान नहीं होगा. बगैर सब्जियों के तो कुछ हो नहीं सकता है. इस कारण जहां एक किलो खरीदना है वहां ढाई सौ ग्राम ले रहे हैं. 100 रुपये में एक या दो सब्जी थोड़ी-थोड़ी मिल रही है.
सब्जियों में इस तरह इजाफा होने की वजह क्या है इस पर दुकानदार नसीम अहमद ने बताया कि अभी टमाटर नासिक और बेंगलुरु से आ रहा है. नासिक में काफी ज्यादा बारिश हुई है जिससे टमाटर की फसल खराब हुई है. बेंगलुरु में अब टमाटर समाप्ति के कगार पर है इसकी वजह से भाव अधिक हो गए हैं. अभी एक से डेढ़ महीना तक टमाटर का भाव यही रहेगा. अन्य सब्जियां महंगी हैं तो उसका कारण है बिहार के अधिसंख्य जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. दियारा क्षेत्र में बाढ़ आने के कारण उत्तर बिहार से गोभी और अन्य सब्जियां नहीं आ रही हैं. बिहार शरीफ और जहानाबाद से कुछ सब्जियां आ रही हैं. अभी छठ तक सब्जियों की कीमत यही रहेगी.
यह भी पढ़ें- बिहार में बाढ़ के बीच प्रदर्शन करना पड़ा महंगा, मुजफ्फरपुर में 8 लोग गिरफ्तार, क्या है पूरा मामला?