Bihar News: बिहार विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad) की ग्यारह सीटें खाली होने जा रही हैं. बिहार विधान परिषद  से 11 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. बिहार विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल छह मई 2024 को खत्म हो रहा है. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar), पूर्व सीएम राबड़ी देवी, शाहनवाज हुसैन समेत 11 विधान पार्षदों का कार्यकाल 6 मई को समाप्त हो रहा है. वहीं नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 11 मार्च है. उम्मीदवारों के नाम वापसी लेने के अंतिम तारीख 14 मार्च है. 


वहीं 21 मार्च को वोटिंग होगी. 21 मई को नौ बजे से चार बजे तक वोटिंग होगी.  इसके नतीजे भी 21 को ही नतीजे आएंगे. दरअसल, बिहार विधान परिषद के जिन 11 सदस्यों का कार्यकाल पूरा होनेवाला है, उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, शाहनवाज हुसैन के अलावा पूर्व मंत्री संजय कुमार झा, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार सरकार में कैबिनेट में मंत्री संतोष कुमार सुमन, मंगल पांडेय, रामचंद्र पूर्वे, खालिद अनवर, रामेश्वर महतो और बीजेपी नेता संजय पासवान का नाम शामिल है. 



क्या है बिहार विधानसभा का गणित
बिहार विधानसभा को देखा जाए तो यहां बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के चार और एक निर्दलीय विधायक का वोट है. बिहार विधान परिषद में एक उम्मीदवार की जीत के लिए 22 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा. इसमें तीन सीटों पर बीजेपी को आसानी से जीत हासिल हो जाएगी. वहीं दो सीटों पर जेडीयू को  जीत मिल जाएगी, लेकिन छठे सदस्य की जीत के लिए अतिरिक्त वोट जुटाने की कोशिश करनी होगी. बात करें विपक्षी खेमें की तो आरजेडी के पास 79, कांग्रेस के 19 माले-11, दोनों वाम दल के चार विधायक हैं. एक विधायक एआईएमआईएम का भी है. 


बता दें, हर दो साल के बाद बिहार विधान परिषद में एक-तिहाई सीटें खाली होती हैं. जिन पर वोटिंग कराई जाती है. इनमें 27 सीटें विधायकों की वोटिंग से भरी जाती हैं.  विधान परिषद की जो 11 सीटें खाली हो रही हैं वो सभी विधायक कोटे वाली हैं.


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