बगहा: वाल्ममिकी टाइगर रिजर्व में आए दिन बाघ के हमले से आसपास के लोग दहशत में हैं. सोमवार की शाम बाघ के हमले से एक महिला की मौत हो गई. महिला खेत में काम कर रही थी. 45 वर्षीय महिला गुलबंदी देवी लौकरिया थाना क्षेत्र के बैरिया काला गांव की रहने वाली थी. अभी तक का यह छठा मामला है. आक्रोशित आदिवासियों ने महिला के शव के साथ मंगलवार को हरनाटांड़ के वन विभाग के कार्यालय की घेराबंदी कर प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि आखिर कब तक वे लोग बाघ का निवाला बनते रहेंगे. कई लोगों पर अब तक हमला हो चुका है.


इधर, आक्रोशित लोग वन विभाग का घेराव करते हुए रेंजर (वन क्षेत्र पदाधिकारी) को सस्पेंड  करने की मांग करने लगे. मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक और अनुमंडल पदाधिकारी भी पहुंचे. करीब तीन घंटे तक के बाद वन विभाग के वरीय पदाधिकारी बेतिया से डीएफओ आए. लोगों को समझाया गया.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: सुशील कुमार मोदी की 'भविष्यवाणी', बिहार JDU में मचने वाली है भगदड़, तेजस्वी यादव संभालेंगे गद्दी


दो महीने में ये दूसरी मौत


ग्रामीणों ने बताया कि बाघ के हमले में बैरिया कला गांव में दो माह के भीतर यह दूसरी मौत हुई है. यही वजह है कि वे लोग विरोध कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि दो लोगों की मौत हो गई है इसके बावजूद भी वन विभाग की ओर से वन कर्मियों की कोई पेट्रोलिंग नहीं कराई जाती है. बैरिया गांव में आए दिन बाघों की चहलकदमी होती रहती है. इससे लोगों में डर का माहौल बना रहता है. ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग घटना के बाद एक दो दिनों तक पेट्रोलिंग कराकर खानापूर्ति कर देता है. 


क्या कहते हैं अधिकारी?


इस मामले में वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक (वाल्मिकी टाईगर रिजर्व) डॉ. नेसामणी ने बताया कि हरनाटांड़ वन क्षेत्र के बैरिया में बाघ के हमले में महिला की मौत की सूचना मिली है. गश्ती में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. वन क्षेत्र अधिकारियों के नेतृत्व में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. वन संरक्षक क्षेत्र निदेशक ने कहा कि पूर्व में हुई जो भी घटना हुई है उसका मुआवजा दिया गया है. इस घटना में भी तीन से चार दिन के अंदर 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. 


यह भी पढ़ें- Gaya News: गया में सनकी दामाद ने ससुराल में मचाया कोहराम, पांच लोगों पर लोहे की रॉड से किया हमला, 2 की मौत