Water Logging In Jehanabad: जहानाबाद में मानसून की पहली बारिश ने ही सदर अस्पताल की पोल खोल दी है. सुबह से ही बारिश का पानी अस्पताल प्रांगण में जम गया है. एसएनसीयू वार्ड में दो फुट पानी घुस गया है. जिससे वार्ड के भर्ती सात  नवजात बच्चे की जान आफत में पड़ गई. हालांकि स्वास्थ्य कर्मी की सूझबूझ से किसी तरह बच्चों की जान बचाई गई. वहीं एसएनसीयू में पानी भरने से अफरा-तफरी मच गई.


अस्पताल में जलजमाव से हुई परेशानी 


सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक बच्चों का इलाज भी बाधित हो गया. दरअसल रविवार की अहले सुबह से ही झमाझम बारिश होने लगी थी और इसी दौरान नवजात बच्चों के इलाज के लिए बने वार्ड में पानी भर गया. स्वास्थ्य कर्मी सुजाता ने बताया कि सुबह से बारिश के कारण एसएनसीयू वार्ड में पानी भर गया. वार्ड में पानी भरने से ऑक्सीजन मशीन में करंट आने लगा.


आनन-फानन में किसी तरह बिजली काट कर मशीन को बंद कराया गया और सात बच्चों की जान बचाई गई. वार्ड के 9 बच्चे भर्ती थे जिनमें दो को डिस्चार्ज कर दिया गया था जबकि 7 बच्चे अभी भी भर्ती हैं, जिसकी जान किसी तरह बचा रहे हैं. बता दें कि यहां  SNCU में पानी भरने की यह कोई पहली घटना नहीं है. जब भी बारिश होती है तो यहां पानी भर जाता है. पिछले साल भी इस तरह का वाक्या हुआ था,  इसके बाद भी  कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.


अस्पताल के उपाधीक्षक ने क्या कहा?


एक नवजात शिशु के परिजन खुशबू ने न अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि एसएनसीयू वार्ड में बारिश का पानी भर गया है, जिससे करीब डेढ़ घंटे तक बच्चों का इलाज बाधित हो गया. गनीमत रही कि किसी बच्चों को कुछ नहीं हुआ. नाले की सफाई नहीं होने की वजह से नाले का पानी जाम होकर एसएनसीयू वार्ड में 2फिट के करीब पानी घुसा गया. इस बाबत सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एके नंदा ने बताया कि SNCU में पानी नाला जाम होना की वजह से प्रवेश किया है और नाले की सफाई नगर परिषद के जिम्मे है और अस्पताल प्रशासन इसमें क्या कर सकता है.


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