पटना: बिहार में मानसून ने 15 दिन पहले दस्तक दिया है, लेकिन इसके बाद भी ज्यादातर जिलों में झमाझम बारिश नहीं हुई है. इससे खेती-किसानी का संकट बढ़ता जा रहा है. अररिया, सुपौल, किशनगंज समेत छह ऐसे जिले हैं जहां इस बार सामान्य से अधिक बारिश हुई है. पूर्णिया में सामान्य बारिश हुई है. इसका असर तापमान पर भी दिख रहा है. कम बारिश होने के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है.
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में एक जून से पांच जुलाई के बीच 230 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन इस दौरान महज 190.8 एमएम बारिश हुई. यह सामान्य से 17 फीसद कम है. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार छह ऐसे जिले हैं जहां सामान्य से 50 फीसद तक कम बारिश हुई है. इस बार सबसे कम बारिश शेखपुरा में हुई है. यहां महज 80 एमएम बारिश हुई है. यह सामान्य से 60 फीसद कम है. इसके अलावा औरांगाबाद में 56 फीसद कम, अरवल में 59 फीसद कम, सारण में 50 फीसद कम, शिवहर में 58 फीसद कम बारिश हुई है.
इन 22 जिलों में 30 फीसद तक कम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 22 ऐसे जिले हैं जहां सामान्य से 30 फीसद तक कम बारिश हुई है. इनमें दरभंगा, सीवान, सीतामढ़ी, पटना, समस्तीपुर, नवादा, रोहतास, नालंदा, मुंगेर, जमुई, मुजफ्फरपुर, कटिहार, भोजपुर, खगड़िया, गोपालगंज, भागलपुर, जहानाबाद आदि जिले शामिल हैं. वहीं इन छह जिलों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसमें अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा और मधुबनी जिले शामिल हैं. सबसे अधिक बारिश इस बार अररिया में रिकॉर्ड किया गया. वहीं पटना में बुधवार की देर शाम बूंदाबांदी हुई है. इससे लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं मिली.