पटना: बिहार में पिछले चार-पांच दिनों से मॉनसून पूरी तरह सक्रिय है. राज्य के सभी जिलों में लगातार मध्यम से लेकर भारी स्तर की वर्षा हो रही है. कई जिलों में बहुत भारी वर्षा हुई है. मौसम विभाग के अनुसार आज सोमवार (3 जुलाई) को राज्य के सभी जिलों में मध्यम से लेकर भारी वर्षा तो कहीं-कहीं बहुत ज्यादा भारी वर्षा का पूर्वानुमान है. आज करीब 12 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है.


मौसम विभाग की ओर से इन 12 में से छह जिलों में बहुत ज्यादा भारी वर्षा के साथ मेघ गर्जन की चेतावनी दी गई है. इनमें उत्तर-पूर्व भाग का पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, अररिया, किशनगंज और मधेपुरा जिला शामिल है. इसके अलावा वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर, बांका और सहरसा में भी भारी वर्षा के साथ वज्रपात की चेतावनी दी गई है.


मधुबनी के झंझारपुर में सबसे अधिक बारिश


प्रदेश में मॉनसून सक्रिय होने के साथ-साथ उत्तर बिहार में बहुत ज्यादा भारी बारिश देखी जा रही है. मौसम विभाग की ओर से बीते रविवार की शाम जारी रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में राज्य के सभी जिलों में मध्यम से लेकर भारी स्तर तक की वर्षा हुई है. कहीं-कहीं बहुत ज्यादा भारी वर्षा भी दर्ज की गई है. मधुबनी के झंझारपुर में 183 मिलीमीटर बारिश हुई है. सीवान के दरौली में 167 मिलीमीटर और कटिहार में 114.2 मिलीमीटर बारिश हुई है.


दरभंगा के कमतौल में 105.2 मिलीमीटर, सीवान शहरी क्षेत्र में 100.2, पचरुखी में 100.2, सुपौल में 89.4, मधुबनी के मधेपुर में 85.6, सुपौल के निर्मली में 82.4, सीवान के महाराजगंज में 80.2, भोजपुर में 79.4, बक्सर में 74, जहानाबाद के काको में 64.8 और दरभंगा के घनश्यामपुर में 64.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है. इसके अलावा भी कई जिलों में बारिश हुई है.


पटना का अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक आया


प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के तापमान में भी काफी गिरावट आई है. मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई परिवर्तन होने का खास पूर्वानुमान नहीं है. बीते रविवार को सबसे अधिक तापमान नालंदा में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सबसे कम तापमान सीतामढ़ी में 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा. रविवार को बिहार में औसत तापमान 32 डिग्री से 34 डिग्री के बीच रहा. पटना में भी तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.


मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक चक्रवातीय परिसंचरण मध्य उत्तर प्रदेश के पास समुद्र तल से औसत 5.8 किलोमीटर ऊपर अवस्थित है. साथ ही एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण उप हिमालय पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम के आसपास समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर अवस्थित है. इसके प्रभाव से आज पूरे राज्य में वर्षा और अधिसंख्य जिलों में भारी वर्षा के साथ मेघ गर्जन की संभावना है.


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