Bihar Weather Today: बिहार में जिस तरीके की इस साल बारिश होनी चाहिए उससे काफी कम हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना (IMD Patna) की ओर से अगले दो दिनों तक सुपौल, किशनगंज और पूर्णिया में शुक्रवार को भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है. इसके अलावा प्रदेश के 16 जिलों में मेघ गर्जन के साथ-साथ बारिश की संभावना है. बुधवार से गुरुवार के बीच प्रदेश के पश्चिमी चंपारण के रामनगर में सबसे अधिक वर्षा हुई है. यहां 129.8 मिमी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है. मौसम विभाग दिल्ली (IMD Delhi) ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि देश भर में सितंबर में सामान्य से अधिक वर्षा होने के आसार हैं.


वहीं शुक्रवार की सुबह मौसम विभाग पटना की ओर से कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण जिले के कुछ भागों में मध्यम दर्जे की वर्षा के साथ मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना है. इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. गुरुवार को राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 35.9 डिग्री सेल्सियस के साथ बांका प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा.






जानिए कितनी होनी चाहिए थी वर्षा


पूरे प्रदेश में बीते तीन महीनों के दौरान की बात करें तो 486.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई जो सामान्य से 38 प्रतिशत कम है. इस दौरान प्रदेश में 782.6 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी. बुधवार से गुरुवार के बीच रजौली में 117.2 मिमी, गलगलिया में 80.4 मिमी, बगहा में 65 मिमी, ब्रह्मपुर में 62.6 मिमी, टेकारी में 54.4 मिमी, पूर्णिया में 47.1 मिमी, बिहटा में 47 मिमी, बनमखी में 38.8 मिमी, त्रिवेणी में 35.2 मिमी, समस्तीपुर में 32.4 मिमी और नरहट में 31.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है.






मानसून ट्रफ रेखा अमृतसर, रोहतक, बरेली, पटना, वाराणसी, उत्तरी बांग्लादेश और असम होते हुए नागालैंड की ओर गुजर रही है. इसके प्रभाव से सीमांचल इलाकों के कई स्थानों पर वर्षा तो राजधानी समेत दक्षिणी भागों के कुछ हिस्सों में आंशिक वर्षा का पूर्वानुमान है.


यह भी पढ़ें- 


BPSC PT Exam Update: छात्रों के हंगामे के बाद नीतीश कुमार ने लिया फैसला, एक दिन और एक पाली में ही ली जाएगी परीक्षा


Bihar News: सुशील कुमार मोदी ने कहा- अभी कई 'विकेट' गिरेंगे, कार्तिक कुमार को लेकर लालू प्रसाद यादव पर निशाना