पटना: रूपेश हत्याकांड के बाद विवादों में आए बिहार के डीजीपी एसके सिंघल का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है. सोमवार को बिहार सरकार के गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी है. इस अधिसूचना में कहा गया है कि डीजीपी एसके सिंघल का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ाया जाता है.


अब 2022 में होंगे रिटायर्ड


प्रदेश में सियासी हलचल और प्रशासन पर उठ रहे सवालों के बीच गृह विभाग का ये फैसला आया है. मालूम हो कि एसके सिंघल 19 दिसंबर, 2020 को बिहार के डीजीपी बनाए गए हैं. ऐसे में वो इसी साल रिटायर होने वाले थे. लेकिन अब इस आदेश के बाद वे 19 दिसंबर, 2022 को रिटायर होंगे.


सुप्रीम कोर्ट के आदेश का दिया हवाला


कार्यकाल की अवधि बढ़ाने के संबंध में जारी की गई अधिसूचना में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक संघ लोक सेवा आयोग द्वारा गठित इंपैनलमेंट समिति द्वारा पुलिस प्रमुख के तौर पर संजीव कुमार सिंघल को डीजीपी के लिए अनुशंसा की गई है. डीजीपी के प्रभार ग्रहण की तिथि से कार्यकाल को 2 साल के लिए बढ़ाया जाता है. इस तरह से वे 19 दिसंबर 2022 को सेवानिवृत्त होंगे.


सीएम ने हाल ही ने डीजीपी को लगाई थी फटकार


गौर करने वाली बात ये है कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजीपी एसके सिंघल को फोन कर सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी. मामला बस इतना था कि कुछ पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से डीजीपी के फ़ोन न उठाने की बात कही थी, जिसके बाद नीतीश कुमार ने डीजीपी को फ़ोन कर फ़ोन उठाने और व्यस्त होने की स्थिति में फ़ोन उठाने के लिए एक आदमी रखने का निर्देश दिया था. सीएम नीतीश की फटकार के बाद डीजीपी ने अपना फ़ोन नम्बर सार्वजनिक कर दिया था.