Motihari Driver Murder Case: पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में उज्जैन लोहियार में ड्राइवर की हत्या मामले में मामी, भगिना और मामा को पुलिस ने गिरफ्तार कर बीते 28 मई को जेल भेजा था. शुक्रवार (07 मई) को अचानक जेल में बंद भगिना अभिषेक कुमार की तबीयत बिगड़ गई. जेल प्रशासन के कहने पर पुलिस उसे सदर अस्पताल ले कर आ रही थी, तभी रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. वहीं मृतक अभिषेक के परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंचकर जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है.


परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप


मृतक के परिजनों ने कहा कि गुरुवार को अभिषेक के बहनोई के साथ कई लोग जेल में मिलने गए थे. वो बिल्कुल स्वस्थ था. वहीं एक दिन बाद आचानक ऐसा क्या हुआ जो उसे मौत के मुंह में जाना पड़ा. परिजनों ने मारपीट का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. मृतक अभिषेक जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में बीते रविवार को एक एकलौते पुत्र और ड्राइवर की हत्या कर नदी किनारे शव फेंकने मामले में पकड़ा गया था. वो ड्राइवर अभिषेक की मामी का प्रेमी था. आरोप है कि अभिषेक ने अपने मामा और मामी के साथ मिलकर उस ड्राइवर की हत्या कर दी और फिर उसके दोनों हाथ काट दिए. 


मोतिहारी पुलिस ने शव के पास से हत्यारे का जूता बरामद होने के बाद आरोपी की पहचान कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर हत्या का गुत्थी सुलझा ली थी. वही हत्या प्रेम प्रसंग में हुई है, जिस मामले में हत्या कर शव फेंकने के समय जूता छूट गया. जूते के आधार पर अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार ने हत्यारा को चिन्हित कर गिरफ्तार कर 28 मई को जेल भेजा था. जिसमें भगिना अभिषेक भी शामिल था, बताया जाता है कि वो भी मामी के प्यार में दीवाना था और उसी ने अपने मामा को ड्राइवर के बारे में बता कर पूरी प्लानिंग के साथ उसे मार डाला. इस हत्या में उसकी मामी यानी ड्राइवर की प्रेमिका भी शामिल थी. 


हरसिद्धि थाना और अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार ने स्कॉट डॉग और एफएसएल टीम को बुलाकर मामले की जांच कराई थी. जांच में घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा, तेज धारदार गड़ासी एवं हत्यारे का जूता बरामद किया गया था. जूते की पहचान स्थानीय लोगों से कराते हुए अभिषेक संग मामी और मामा की गिरफ्तारी की गई थी, जहां पूछताछ में आरोपियों के गुनाह स्वीकार करने के बाद स्थानीय थाना ने 28 मई को तीनों को जेल भेज दिया था. 


पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई


मोतिहारी पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि अभिषेक के पेट मे दर्द था, जेल पुलिस उसे लेकर सदर अस्पताल में इलाज के लिए आई थी, तभी अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई. अभिषेक के शरीर पर कोई जख्म का निशान नहीं पाया गया है. मृतक के शव कI मजिस्ट्रेट की देख-रेख में पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी. 


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