ट्विटर पर क्यों ट्रेंड कर रहा ‘बिहार है तैयार’? राज्य में रोजगार के लिए उठाए जा रहे बड़े कदम, आप भी ले सकते लाभ
Bihar News: बिहार में नए स्टार्टअप पॉलीसी के जरिए उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं. खास कर महिलाओं को सशक्त करने के लिए खास योजनाएं चलाई जा रहीं जिसके तहत उनको लाभ भी पहुंचाया जा रहा है.
पटना: ट्विटर सोशल मीडिया को वो माध्यम है जिसके जरिए लोग अपनी बातें सामने रखते हैं और मुहिम भी चलाते हैं. कहा जाता है कि बिहार में रोजगार और इंडस्ट्री नहीं होने के चलते लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर जाते हैं. तमिलनाडु वाला कथित मजदूर हिंसा का मामला भी इसी से जुड़ा है. कुछ दिनों से बिहारी मजदूर और तमिलनाडु ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था, लेकिन रविवार को बिहार है तैयार हैशटैग ट्विटर पर जमकर ट्रेंड कर रहा है. बिहार में उद्योग की स्थापना और उससे मिल रहे रोजगार को लेकर इसमें ट्वीट किए जा रहे.
बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने की मुहिम
बिहार में उद्योग के सेटअप से लोगों को खास कर महिलाओं को रोजगार मिल रहे. बिहार सरकार राज्य के विभिन्न इंडस्ट्री को प्रमोट कर रही जिसके जरिए लाखों लोगों को रोजगार मिल रहे हैं. बिहार स्टार्टअप पॉलिसी के लिए 10 लाख रुपये दिए जा रहे हैं. डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री बिहार के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया है. ट्वीट्स में उन इन्वेस्टर मीट का जिक्र है जो कि बिहार में इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए पूंजी लगा रहे हैं. सूबे में 15 और 16 मार्च को बिहार स्टार्टअप को लेकर इन्वेस्टर मीट भी होने वाला है.
योजनाओं से लोगों को मिल रहा लाभ
बिहार में वस्त्र और चर्म उद्योग के लिए कई सारी सुविधाएं दी जाती हैं जिससे कई महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. बाडा की ओर से एक पोस्ट जारी किया गया है जिसमें उद्योग विभाग आपको अपना बिजनेस स्थापित करने के लिए सहायता करेगा. बने बनाए औद्योगिक शेड को केवल चार रुपये प्रति वर्ग फुट में अवेलेबल कराएगा. इसके लिए पटना के उद्योग भवन में जाकर भी संपर्क कर सकते हैं. ट्वीट के जरिए बिहार के विभिन्न जिलों और क्षेत्रों में चल रहे उद्योग के बारे में बताया गया है कि कैसे कम साधन में भी लोग आगे बढ़े हैं और अपने स्टार्टअप से अलग पहचान बनाई है.
नीतीश कुमार ने जीविका दीदी को दी बधाई
मुजफ्फरपुर में 40 इच्छुक महिला उद्यमियों ने उद्योग विभाग, बिहार के समर्थन से में एक बैग निर्माण इकाई स्थापित किए हैं. उन्हें 10-10 लाख रुपये, प्रशिक्षण, बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज प्लग एंड प्ले शेड प्रदान किए गए हैं. मुजफ्फरपुर के सीहो गांव निवासी जीविका दीदी बबीता गुप्ता को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की श्रेणी में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से ‘स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023’ पुरस्कार मिला है. शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट करते हुए उनको बधाई दी है. कहा है कि यह बिहार के लिए गौरव की बात है.
उद्योग में बिहार को आगे बढ़ाना है
जीविका दीदीयों ने भी इन योजनाओं की सहयोग से अलग पहचान बनाई हैं. ये महिलाओं को सशक्त और आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाया गया बेहतरीन कदम है इस योजना से एक करोड़ महिलाएं जुड़ी हैं जिसमें कई महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हैं और कमा रही हैं बिहार में उद्योग की स्थापना और इसमें महिलाओं को बेहतर सुविधा और वातावरण देने के लिए राज्य सरकार की बेहद अच्छी पहल है. इससे पलायन भी रुकेगा और अपने ही राज्य, शहर और गांव में उद्योग की स्थापना भी की जा सकेगी.