Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पिछले कुछ दिनों पहले सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर हुई मुलाकात के बाद से सियासी बाजार गर्म है. चर्चा शुरू हो गई कि क्या नीतीश कुमार पलटी मारेंगे? इस बीच मुख्यमंत्री का लालू-राबड़ी और तेजस्वी से मुलाकात का एक पुराना वीडियो वायरल हो गया. तमाम चर्चाओं के बीच सीएम ने शुक्रवार (06 सितंबर) को कहा कि अब वो इधर-उधर नहीं जाएंगे. ऐसे में सियासी गलियारे में मचे बवाल के बीच पटना पहुंचे 'बिहारी बाबू' ने शनिवार (07 सितंबर) को बड़ा बयान दिया है.


टीएमसी सांसद और सीने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि लालू-नीतीश दोनों मेरे दोस्त हैं, लेकिन जिस पर चर्चा हो रही है उसका बैकग्राउंड भी जानना जरूरी है. पत्रकारों ने नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात पर सवाल किया तो पहले उन्होंने कहा, "यह बिहार की राजनीति का मामला है. तेजस्वी यादव हमारे पारिवारिक मित्र के बच्चे हैं. बेटे हैं. मैं पहले भी नीतीश बाबू के मामले में मैं उनको दोस्त मानता हूं. वह भी मुझे दोस्त मानते रहे हैं और वह मुझे बड़े भाई की तरह प्यार भी करते रहे हैं. तो मैं इस मामले में टीका टिप्पणी नहीं करता हूं."


शत्रुघ्न सिन्हा ने विश्वसनीयता पर उठाए सवाल


शत्रुघ्न सिन्हा ने नीतीश कुमार के 'इधर-उधर' वाले बयान पर 'भविष्यवाणी' करते हुए कहा, "एक बात मैं कहना चाहूंगा कि किसी के कुछ भी कहने से कि हम दोबारा नहीं आ रहे हैं, दोबारा नहीं मिल रहे हैं, यह सब अनुमान लगाने से पहले यह जरूर देखना चाहिए कि उस व्यक्ति की क्रेडिबिलिटी (विश्वसनीयता) क्या है. क्या वह व्यक्ति पहले भी ऐसा कहा था या इसके पहले ऐसा नहीं कहा था. जो उलट-पुलट होता है वह पहले हुआ है या नहीं हुआ है? या यह पहली बार होने वाला है. उसी के हिसाब से उसी के आधार पर इसका आकलन होना चाहिए."


आगे शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, "मैं तो बिहार पुत्र हूं, धरती पुत्र हूं, मैं बिहारी बाबू हूं. मेरा यहां घर है. यहां मेरे परिवार के बहुत सारे लोग हैं. मैं करीब-करीब हर महीने पटना आते रहता हूं तो मैं कोशिश यही करता हूं कि अब मैं खास करके बिहार के मामले में ज्यादा बात करके कुछ लोगों को विवाद में तकलीफ ना पहुंचाऊं."


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