यूरोप में जलवा बिखेर रहे हैं इंडियन जेम्स बांड के नाम से मशहूर बिहारी बॉय ध्रुव वर्मा
ध्रुव ने हाल ही में भारत की पहली इंडो पोलिश फिल्म ‘नो मीन्स नो’ की शूटिंग पोलैंड में पूरी की है. यह फिल्म संभवत: 22 मार्च 2021 को रिलीज होगी.
![यूरोप में जलवा बिखेर रहे हैं इंडियन जेम्स बांड के नाम से मशहूर बिहारी बॉय ध्रुव वर्मा Bihari Boy Dhruv Verma, popularly known as Indian James Bond, is doing well in Europe ann यूरोप में जलवा बिखेर रहे हैं इंडियन जेम्स बांड के नाम से मशहूर बिहारी बॉय ध्रुव वर्मा](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/12/19170902/Screenshot_2020-12-19-09-53-21-159_com.whatsapp_copy_720x540.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
पटना: बिहारी प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया मानती है. इन दिनों इंडियन जेम्स बांड के नाम से मशूहर बिहारी बॉय ध्रुव वर्मा यूरोप में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. उन्होंने अभी हाल ही में भारत की पहली इंडो पोलिश फिल्म ‘नो मीन्स नो’ की शूटिंग पोलैंड में पूरी की है. यह फिल्म संभवत: 22 मार्च 2021 को रिलीज होगी.
फिल्म हिंदी, इंग्लिस और पोलिश में बनाई गयी है. फिलहाल बाद ध्रुव वर्मा ने अपनी अगली फिल्म ‘द गुड महाराजा’ के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. यह फिल्म दूसरे विश्व युद्ध की एक सच्ची कहानी पर आधारित है. वहीं, ध्रुव वर्मा मिड डे शोबिज अवार्ड में भी नॉमिनेट किये गए हैं.
आपको बता दें कि ध्रुव वर्मा की जड़ें बिहार से जुड़ी हैं और उनके पिता का मकान राजधानी पटना के कंकड़बाग में है. उन्होंने अपनी स्कूलिंग मुंबई में की. अभिनय का जुनून उन्हें स्कूल के दिनों से ही रहा था. प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की है. ध्रुव यहां सैवेज हाउस (ग्रीन हाउस) के हाउस कैप्टन थे. यही पर अभिनय के क्षेत्र में उनका रूझान हुआ.
अपने स्कूली जीवन के दौरान ध्रुव सामाजिक कार्यों और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे कि वाद-विवाद और नाटक दोनों में सक्रिय रूप से शामिल होते थे. ध्रुव वर्मा के अभिनय का सिलसिला इस तरह शुरू हुआ.
आज ध्रुव वर्मा हॉलीवुड मेगास्टार मार्शल आर्ट्स मास्टर स्टीवन ससिंगल से एक वर्ष का प्रशिक्षण ले रहे हैं. वहीं, उन्होंने इंडो-पोलिश मेगा बजट की फिल्म ‘नो मीन्स नो’ के लिए पोलैंड में महीनों तक कार्व मेगा में बिताया, जहां उन्होंने नेल बाइटिंग एक्शन दृश्यों का गुर सीखा. यह एक इज़राइली फाइटिंग स्टाइल है, जो सेना के लिए विकसित है. इसके अलावा जयर्की सारियो डेफिंडो में महारत हासिल की. यह यूरोपीय के लिए विकसित की जाने वाली फाइटिंग स्टाइल है, जिसमें गुरु श्री बार्टेक डोबरोवस्की से बंदूक की शूटिंग सीखी. उन्होंने पहले से ही संजय दत्त से शूटिंग तकनीकों महारत में प्राप्त किया.
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