कुव्यवस्था की हद! 200 से अधिक छात्रों का एग्जाम के बाद लिया गया बायोमेट्रिक, अभ्यर्थियों ने धांधली का लगाया आरोप
बिहार मद्य निषेध विभाग में कांस्टेबल पद के लिए आयोजित परिक्षा में परीक्षार्थियों को बायोमेट्रिक जांच भी करना था. ताकि फर्जी परिक्षार्थियों को इसके तहत पकड़ा जा सके.
सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में रविवार को बिहार मद्य निषेध विभाग द्वारा कांस्टेबल पद के लिए आयोजित परीक्षा में अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया. सुपौल उच्य माध्यमिक विद्यालय स्थित सेंटर पर छात्रों ने परिक्षा में कुव्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. दरअसल, दो घंटे के लिए आयोजित इस परीक्षा में बायोमेट्रिक द्वारा अटेंडेंस बनाने की व्यवस्था परिक्षा के दौरान ही फेल हो गई, जिस वजह से 200 से भी अधिक छात्रों की परिक्षा खत्म होने के 2 घंटे बाद बायोमेट्रिक जांच की गई. इस कारण छात्रों ने परीक्षा पर सवाल उठाते हुए हंगामा किया.
छात्रों ने लगाया ये आरोप
छात्रों का कहना है कि हो सकता है परिक्षा के दौरान बायोमेट्रिक नहीं होने की वजह से फर्जी परिक्षार्थियों ने इसका फायदा उठा लिया हो. दरअसल, बिहार मद्य निषेध विभाग में कांस्टेबल पद के लिए आयोजित परिक्षा में परीक्षार्थियों को बायोमेट्रिक जांच भी करना था. ताकि फर्जी परिक्षार्थियों को इसके तहत पकड़ा जा सके. लेकिन परिक्षा के दौरान बायोमेट्रिक जांच का सर्वर डाउन रहने की वजह से 200 से अधिक छात्रों का बायोमेट्रिक नहीं हो सका. ऐसे में सेंटर से बाहर निकलने पर छात्रों ने इस गड़बड़ी को लेकर सेंटर पर ही हंगामा करना शुरु कर दिया.
हंगामे की सूचना पाकर सदर एसडीओ मनीष कुमार और एसडीपीओ इंद्र प्रकाश मौके पर पहुंचे और छात्रों को किसी तरह समझाकर शांत कराया. वहीं, देर ही सही लेकिन उनका बायोमेट्रिक जांच शुरू कराया गया. एडीएम विधु भुषण चौधरी का कहना है कि सर्वर डाउन रहने की वजह से ये समस्या सामने आई है. लेकिन परिक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है.
यह भी पढ़ें -