पटना: बिहार विधानसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान हंगामे के बाद गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पीसी के दौरान उन्होंने बबिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता रामसूरत राय के पिता के नाम पर चलने वाले स्कूल से शराब बरामदगी का मुद्दा उठाया और सीएम नीतीश से उन्हें तत्काल बर्खास्त करने की मांग की.
बिहार में कहां से आ रही है शराब?
उन्होंने कहा कि सदन में बुधवार को मैंने गंभीर मुद्दा उठाया था. मंत्री रामसूरत राय जिनके जमीन पर स्कूल चलता है, उस स्कूल के कैंपस से शराब बरमाद हुई है. ऐसे में जवाब मिलना जरूरी है. नीतीश कुमार सूबे में शराबबंदी कानून लागू होने की बात करते हैं, तो वो ये बताएं कि शराब आ कहां से रही है?
तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार में शराब का धंधा सबसे आसान है. स्कूल जिसे ज्ञान का मंदिर कहते हैं, वहां उनके मंत्री शराब पिला रहे हैं. लेकिन उनपर कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में सवाल है कि कानून है, तो करवाई क्यों नहीं हुई? सबूत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने का क्या मतलब है? हमारी मांग है कि राम सूरत राय को तत्काल बर्खास्त किया जाए.
उभरते यादव नेताओं से तेजस्वी को है दिक्कत
इधर, बीजेपी नेता और मंत्री पर लग रहे आरोपों पर बिहार बीजेपी ने आपत्ति जताई है. बीजेपी प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि मंत्री राम सूरत राय के चरित्रहनन के लिए तेजस्वी यादव माफी मांगें. इधर-उधर की बातें जोड़कर तेजस्वी मंत्री रामसूरत राय पर झूठे आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने सुपारी ले रखी है, दूसरे दलों के उभरते हुए यादव नेताओं के चरित्र हनन करने का. लालू यादव की भी यही रणनीति रही है.
निखिल मंडल ने कहा कि ये नहीं चाहते हैं कि यादव समुदाय के नेता आगे बढ़े. इसलिए ये अनर्गल आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं. जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. तेजस्वी यादव को रामसूरत राय पर आरोप लगाने से पहले लालू यादव पूछना चाहिए कि अर्जुन राय कौन हैं? पिछले सात पुश्तों से जिनके खानदान पर कोई आरोप नहीं रहा है, उसपर आज तेजस्वी आरोप लगा रहे हैं. तेजस्वी को मंत्री जी से माफी मांगनी चाहिए.