BJP ने शराबबंदी को बताया 'हास्यास्पद', कहा- माफियाओं को संरक्षण दे रही सरकार, RJD ने भी CM नीतीश को घेरा
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये बताएं कि सरकार का सारा सिस्टम, सारे अधिकारी और पदाधिकारी जब शराबबंदी को सफल बनाने में लगे हुए हैं, तो फिर शराबबंदी कानून फेल कैसे है."
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिला नालंदा में जहरीली शराब पीने से शनिवार को छह लोगों की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है. शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद गृह जिले में लोगों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री विपक्ष के साथ सहयोगी दल के नेताओं के भी टारगेट पर हैं. बीजेपी के कद्दावर नेता सह प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (Prem Ranjan Patel) ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून हास्यास्पद हो गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शराब माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है.
कानून के बावजूद कैसे बिक रही शराब?
जहरीली शराब से मौत मामले पर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि घटना बेहद दुखद है. लेकिन शराबबंदी के बावजूद शराब की बिक्री कैसे हो रही है, सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. बार-बार हम लोग कह रहे हैं कि कानून की समीक्षा होनी चाहिए. कहीं ना कहीं त्रुटि हो गई है. प्रशासन सचेत नहीं है. वो केवल आम लोगों को पकड़ता है. वहीं, माफियाओं को बचाने का काम चल रहा है. पुलिस सिर्फ गरीब व कमजोर लोगों पर कार्रवाई करती है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, " जब शराबबंदी लागू किया है, तो उसे जमीन पर उतरना चाहिए. सिर्फ कागजों पर कानून नहीं होना चाहिए. मुद्दा नहीं बनना चाहिए."
आरजेडी ने पूछा ये सवाल
इधर, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने कहा, " यह सरकार और कितने लोगों की जान लेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये बताएं कि सरकार का सारा सिस्टम, सारे अधिकारी और पदाधिकारी जब शराबबंदी को सफल बनाने में लगे हुए हैं, तो फिर शराबबंदी कानून फेल कैसे है. शराब माफियाओं को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है. शराबबंदी से बिहार को नुकसान हो रहा है. राजस्व का घाटा हो रहा है. सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस ने भी बिहार के शराबबंदी कानून पर टिप्पणी की थी."
मृत्युंजय तिवारी ने कहा, " नीतीश जी आंखें खोलिए! सत्ता में बैठे लोग ही संरक्षण देकर शराबबंदी कानून फेल कर रहे हैं. जब मुख्यमंत्री के गृह जिले का यह हाल है तो बाकी जगहों का क्या कहा जाए. कार्रवाई के नाम पर चौकीदार और थानेदार पर कार्रवाई होती है, बड़ी मछलियों पर कार्रवाई नहीं होती है. शराबबंदी का क्या हश्र है यह देख लें मुख्यमंत्री."
नालंदा में छह लोगों की मौत
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिला नालंदा में शनिवार को छह लोगों की मौत हो गई. वहीं, दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना जिले के सोहसराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी और पहाड़ तल्ली मोहल्ला की है, जहां संदेहास्पद स्थिति में एक साथ चार लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है. जबकि हरगामा पंचायत के प्रभु बीघा गांव में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत और दो की स्थिति नाजुक बनी हुई है. उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है.
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