पटना: बीजेपी (BJP) ने बिहार में पार्टी नेताओं के एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए अत्यधिक बल के इस्तेमाल की जांच के लिए शुक्रवार को सांसदों की चार सदस्यीय समिति गठित की. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि बृहस्पतिवार को पुलिस लाठीचार्ज में उसके एक सदस्य विजय सिंह (Vijay Singh) की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. पार्टी ने एक बयान में कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar Das) ‘उच्च स्तरीय जांच समिति’ के संयोजक होंगे. विष्णु दयाल राम, मनोज तिवारी और सुनीता दुग्गल इसके अन्य सदस्य होंगे.


'नीतीश कुमार सरकार की पूर्व नियोजित साजिश है'


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पुलिस की बर्बरता और राज्य सरकार की तानाशाही वाली मानसिकता की कड़ी निंदा की है, पार्टी ने कहा कि समिति जल्द ही पटना का दौरा करेगी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. बीजेपी ने इससे पहले कहा था कि पार्टी के जहानाबाद जिला महासचिव विजय सिंह की पटना में कथित तौर पर पुलिस लाठीचार्ज में मौत नीतीश कुमार सरकार की पूर्व नियोजित साजिश है ताकि राज्य के लोगों को उनके अधिकारों और न्याय की मांग करने से रोका जा सके.


प्रशासन दे रहा ये है दलील


वहीं, पटना में जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं. बयान में दावा किया गया है कि विजय सिंह छज्जू बाग इलाके में सड़क किनारे बेहोश पाए गए, जहां से उन्हें राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच ले जाया गया. बता दें कि बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने पार्टी के एक नेता की मौत के लिए पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को जिम्मेदार ठहराया और घटना के विरोध में जबरदस्त हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.


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