पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने और जीतने वाली जेडीयू को अरुणाचल प्रदेश में भाजपा ने बड़ा झटका दिया है. बिहार में साथ निभाने वाली भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के सात विधायकों में से 6 विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है.


मालूम हो कि पिछले साल अप्रैल माह में सम्पन्न हुए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 15 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और 7 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन अब इन सात विधायकों में से 6 भाजपा में शामिल हो गए हैं. भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों का नाम तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोयू सिंयोग्जु और कांगोगताकू है.


इधर, अरुणाचल प्रदेश में पार्टी विधायकों द्वारा बगावत किये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ये सब कोई बात नहीं है. 26 और 27 दिसंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की मीटिंग है. इससे पहले वो लोग अलग हो गए हैं.


इधर, अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू में टूट पर आरजेडी ने चुटकी ली है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भाजपा ने जेडीयू के 6 विधायकों को तोड़कर अपने पाले में शामिल करा लिया. अब बिहार में भी भाजपा यही खेल करेगी. संभल जाइये नीतीश जी. भाजपा ने जो खेल अरुणाचल में खेला, यही खेल वो बिहार में दोहराएगी क्योंकि बिहार के भाजपा के दो-दो डिप्टी सीएम ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है.


उन्होंने कहा, " इस मुलाकात के कई मायने निकल रहे हैं. भाजपा कैबिनेट विस्तार के पहले कहीं अपना विस्तार बिहार में ना कर ले. अपने दम पर कहीं सरकार ने बना लें. इस बात की आशंका है. ऐसे में मुख्यमंत्री जी समय रहते कुछ बोलिए और करिए. सबसे महत्वपूर्ण बात कि संभल जाइए."


गौरतलब है कि 60 विधानसभा सीटों वाली अरुणाचल प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 41 सीटो पर जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी से अलग चुनाव लड़ने वाली जेडीयू ने 7 सीटों पर बाजी मारी थी.