आरा: बिहार के आरा में सोमवार की रात एक रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति का शव मिलने से हड़कंप मच गया. सोमवार की देर रात उनके ही घर से उनका शव बरामद हुआ है. रिटायर्ड प्रोफेसर भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी थे और राजनाथ सिंह के साथ दोस्ती के संबंध भी रहे थे. इस हत्या से सनसनी फैल गई है. घटना नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले की है. उधर, मामले की सूचना पाकर भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार, एएसपी हिमांशु ,नवादा थाना, टाउन थाना और डीआईयु सहित कई पुलिसकर्मी पहुंचे और जांच में जुट गए. एक का शव कमरे में था तो दूसरे का बरामदे में था. हर तरफ दीवारों पर खून के छींटे भी थे. फिलहाल विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम पहुंच कर जांच में जुटी है.
दोनों पति-पत्नी प्रोफेसर थे
बताया गया कि कमरे में दीवारों पर मिले खून के धब्बे को देखने प्रतीत हुआ कि अपराधी द्वारा हत्या किए जाने के दौरान प्रोफेसर दंपति ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की है. तड़पा कर उनकी हत्या की गई है. मृतकों की पहचान नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलोनी के डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह और उनकी 65 वर्षीया पत्नी पुष्पा सिंह के रूप में हुई है. इसमें डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुए थे. जबकि उनकी पत्नी पुष्पा सिंह आरा के महिला कॉलेज से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुई थी.
राजनाथ सिंह से प्रोफेसर की रही थी दोस्ती
डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह 1982-83 के आसपास भारतीय जनता युवा मोर्चा के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष थे और तब राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे. दोनों के बीच मित्रवत संबंध रहे हैं. प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में पीजी पॉलिटिकल साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष के साथ विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अध्यक्ष भी रहे. अवकाश ग्रहण करने के बाद कतीरा आरा स्थित अपने आवास पर शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे थे. उनकी किसी से कभी दुश्मनी नहीं देखी गई. उनकी पत्नी एमएम महिला कॉलेज आरा में मनोविज्ञान विभाग की हेड रहीं और बाद में पीजी विभाग से रिटायर करने के बाद आरा में रह रहीं थी.
फोन नहीं उठाया तो मामला खुला
दूसरी ओर एसपी प्रमोद कुमार ने पटना से विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी बुलाई है. इसके कारण कमरे में और जिस बिल्डिंग में घटना घटी है उन्हें एफएसएल की टीम आने तक सील किया गया है. मृतक के छोटे भाई हीरा जी सिंह ने बताया कि उनकी भैया से अंतिम बार 26 तारीख को बात हुई थी और वह उनके घर पर भी आए थे. इसके बाद उनसे कोई बात नहीं हुई है. सोमवार की रात उनकी बेटी ने और उनके बड़े भाई ने रात में फोन करके सूचना दी. हम लोगों ने उनके मोबाइल पर काफी फोन किया, लेकिन फोन नहीं लग रहा था. इसके बाद घर जाकर देखा तो भाई और भाभी की हत्या हो रखी थी.
रविवार की दोपहर तक जिंदा थे
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की हत्या किसी चीज से उन्हें हिट कर की गई है. बॉडी देखने से ऐसा लगता है कि हत्या कुछ छह से 10 घंटे पहले हुई है, लेकिन यह अनुसंधान का विषय है. अनुसंधान के बाद है कुछ कहा जा सकता है. उन्होंने बताया कि दोनों दंपत्ति प्रोफेसर रह चुके थे और इन्हें सिर्फ तीन लड़कियां हैं जो शादीशुदा है और वह तीनों बाहर रहती हैं. इनका किसी भी आदमी से किसी प्रकार का कोई दुश्मनी या विवाद नहीं था, लेकिन पुलिस अपने स्तर से छानबीन भी कर रही है.
दोनों दंपति की मौत कैसे हुई यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर हो पाएगा. जबकि बताया गया कि डॉ.महेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार की दोपहर करीब एक बजे अपने अपार्टमेंट के नीचे रहे मेडिकल स्टोर में फोन कर दवा मंगाने के लिए ऑर्डर भी दिया था. फिलहाल विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम आरा पहुंच गई है. मामले की जांच की जा रही है.