मंजीत सिंह की घर वापसी से BJP नेता नाराज, JDU पर गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का लगाया आरोप
बीजेपी नेता ने कहा, " जेडीयू को बधाई कि उनके पुराने सदस्य पार्टी में लौट आए. लेकिन बिहार की जनता सब देख रही है. बीजेपी और एनडीए की मजबूती के लिए हम खून का एक-एक कतरा देने को तैयार हैं."
पटना: नीतीश कुमार के करीबी नेता मंजीत सिंह शनिवार को दोबारा जेडीयू में शामिल हो गए. लेकिन, विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी को हराने वाले जेडीयू के पूर्व विधायक के पार्टी में दोबारा शामिल होने से बीजेपी नेता नाराज हैं. इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए मिथिलेश तिवारी कहा कि यह केवल एक ही सीट की बात नहीं है. जेडीयू के बागी नेताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान कई सीटों पर बीजेपी को डैमेज किया है. उनकी वजह से बीजेपी के सिटिंग विधायकों की हार हुई है. लेकिन पार्टी देर-सवेर उन सभी नेताओं को दोबारा पार्टी शामिल करा रही है. साथ ही इनाम के तौर पर उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दे रही है.
बीजेपी विधायक को हराना बड़ा काम
उन्होंने कहा, " आज जो मंजीत सिंह जेडीयू में शामिल हुए हैं, वो बीते दिनों लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. लेकिन पार्टी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हमारे राजनीतिक पिता हैं. सामान्य तौर पर सभी सुनते हैं कि जब बेटा कोई बड़ा काम कर के घर लौटता है, तो पिता उसे इनाम देता है. ऐसे में मुझे तो लगता है बीजेपी के विधायक को हराकर लौटना बड़ा काम है. इसलिए उन्हें पार्टी में सम्मान मिला है. लेकिन ऐसा सम्मान उन्हें ही मुबारक."
बीजेपी ने गठबंधन धर्म का किया पालन
बीजेपी नेता मिथिलेश तिवारी ने कहा, " मैं केवल यह याद दिलाना चाहता हूं कि चुनाव से पहले बीजेपी ने निर्णय लिया था कि गठबंधन के खिलाफ कोई भी व्यक्ति अगर चुनाव लड़ता है, तो एनडीए में उसकी वापसी नहीं होगी. इस बात पर बीजेपी आज तक कायम है. हमारे दल की ओर से एक बार भी गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं हुआ है. लेकिन जेडीयू की ओर से ये तीसरी घटना है. बस यही बात मुझे परेशान करती है. बीजेपी के एक कार्यकर्ता होने के कारण मुझे अपने पार्टी पर गर्व है कि हमारी पार्टी ने कभी भी गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं किया. लेकिन जेडीयू ने किया है. ऐसे में वो ही बता सकते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया है."
बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिया ये संदेश
बीजेपी नेता ने कहा, " जेडीयू को बधाई कि उनके पुराने सदस्य पार्टी में लौट आए. लेकिन बिहार की जनता सब देख रही है. बीजेपी और एनडीए की मजबूती के लिए हम खून का एक-एक कतरा देने को तैयार हैं. लेकिन जेडीयू के हरकतों को देखकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. उनको मैं यही संदेश देना चाहता हूँ कि अभी समय है, समय का इंतजार करिए."
लोकसभा चुनाव में भी की मदद
लोकसभा चुनाव 2019 की चर्चा करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन किया. वो सीट जहां पर बीजेपी के सिटींग एमपी थे और जो जेडीयू के खाते में चले गए, वहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जेडीयू की मदद की. बीजेपी की तरफ से कभी कोई गड़बड़ी नहीं की गई है. मुख्यमंत्री ने मंजीत सिंह को पार्टी में किस परिस्थिति में दोबारा शामिल किया है ये तो वो ही जानें. लेकिन मैं इतना ही कहूंगा कि अगर गठबंधन है, तो उसके धर्म पालन होना चाहिए. नहीं तो लोग यही कहेंगे, " अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का, यार नहीं लूट लिया घर यार का."
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