पटना: जेडीयू एमएलसी सह पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने शनिवार (14 अक्टूबर ) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की जाति पर सवाल उठाए हैं. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पीएम मोदी अपनी जाति छिपाना चाहते हैं, इसलिए देश में जातीय गणना नहीं करा रहे हैं. इस मुद्दे पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार ने रविवार (15 अक्टूबर) को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जेडीयू PM मोदी की जाति का सर्टिफिकेट न दे. यह भारत सरकार देती है.
बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने किसी जाति को ओबीसी में शामिल कर लिया तो जेडीयू उसको हटा नहीं सकता. मोध घांची जाति ओबीसी में शामिल है. यह भारत सरकार द्वारा किया गया है. पीएम मोदी की एक ही जाति है वह मानव और भारतीयता है. नीतीश और लालू तो जातियों को खंडित करने वाले लोग हैं. पीएम मोदी मानवता की सेवा करने वाले लोग हैं.
दरअसल शनिवार को जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि पीएम मोदी ने साल 2019 में उत्तर प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खुद को अति पिछड़ा कहा था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि गुजरात में मोदी कोई जाति नहीं है, बल्कि उपनाम है.
नीरज कुमार ने क्या कहा था?
जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने कहा है कि नरेंद्र मोदी जिस जाति में पैदा हुए हैं उस जाति का नाम मोध घांची है. साल 2002 में नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने मोध घांची जाति को ओबीसी में शामिल किया था. बीजेपी उस अधिसूचना की प्रति जारी करे जिसमें मोध घांची को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया था. जब 1931 की जनगणना में मोध घांची समुदाय में शिक्षा का स्तर 40 फीसद था तब उसे किस आधार पर ओबीसी में शामिल किया गया?
'जातीय गणना कराने में पीएम मोदी अनिच्छुक'
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इसी डर से जातीय आधारित गणना कराने में अनिच्छुक है. पीएम मोदी की ओबीसी स्थिति के बारे में झूठ उजागर हो जाएगा. पीएम मोदी वोट के सौदागर हैं. वे अपनी जाति छिपाना चाहते हैं इसलिए देश में जातीय जनगणना नहीं कराना चाहते हैं.
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