पटना: भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ 'विधानसभा मार्च' में हिस्सा लेने के दौरान मौत (Bihar BJP Leader Death) हो गई. इस घटना को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आरोप लगाया कि बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज उनकी मौत हुई है. इस पर बिहार की राजनीति गरमा गई है. वहीं, इस घटना को लेकर बीजेपी (BJP) नेता डॉ. अजय आलोक (Dr. Ajay Alok) ने कहा कि आरजेडी के चरित्र में हिंसा है. 2021 तेजस्वी यादव ने मार्च निकाला था. इसमें प्रदर्शनकारियों की शांतिपूर्ण गिरफ्तारी हुई थी. एक घटना भी हिंसा की नहीं हुई थी. नीतीश कुमार का रक्त चरित्र अब बदल गया है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का खून नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के दामन पर है. यह रात को सोने नहीं देगा.
'महामंत्री विजय सिंह की मृत्यु एक आहुति है'
डॉ. अजय आलोक ने कहा कि इस कार्यकर्ता की मौत पर नीतीश सरकार के खिलाफ शुक्रवार की सुबह फिर राज मार्च निकालेंगे. हिम्मत है तो फिर से लाठीचार्ज चलवाकर दिखाइए. वहीं, इस घटना पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पार्टी के जहानाबाद जिले के महामंत्री विजय सिंह की मृत्यु एक आहुति है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके अलावा राज्य के छात्रों एवं युवाओं को अपनी आवाज देते हुए हजारों बीजेपी कार्यकर्ता घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों में कई महिलाएं, संसद और राज्य विधानमंडल के सदस्य शामिल हैं.
बीजेपी नेताओं ने लगाया आरोप
बता दें कि बिहार में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को नीतीश सरकार के खिलाफ 'विधानसभा मार्च' निकाला था. इसमें हिस्सा लेने के दौरान एक बीजेपी नेता की मौत हो गई. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आरोप लगाया कि बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज उनकी मौत हुई है. वहीं, पटना जिला प्रशासन ने कहा कि जहानाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति विजय सिंह छज्जू बाग में सड़क किनारे अचेत अवस्था में पाए गए थे. शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है. उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. विस्तृत विवरण प्राप्त किया जा रहा है.
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