Giriraj Singh: मोदी कैबिनेट 3.0 में मुस्लिम को जगह नहीं मिलने पर सियासत शुरू हो गई है और बयानबाजी हो रही है. इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से एबीपी न्यूज़ ने खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि जीत कर नहीं आए तो कहां से मंत्री बनेंगे. जब हमारे प्रतिनिधि ही नहीं कोई है वह बनेंगे कैसे? अगर प्रतिनिधि होते तो निश्चित बनते. पीएम नरेंद्र मोदी जी की नीतियां स्पष्ट है भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है. जब नीतियां स्पष्ट है और मिशन साफ है तो उसमें कोई दिक्कत नहीं है. यह कांग्रेस की तरह नहीं है. यह मोदी जी की सरकार है देश बढ़ता रहेगा.
तेजस्वी यादव ने कसा तंज
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में किसी भी मुस्लिम सांसद को शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सबको साथ लेकर चलना चाहिए, चाहे उनकी धर्म या जाति कुछ भी हो. सभी का सम्मान होना चाहिए.
बिहार में जातीय समीकरण साधने की कोशिश
नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ के दौरान बिहार से बनाये गए आठ मंत्रियों के जरिये बीजेपी ने जहां बिहार में जातीय समीकरण साधने की कोशिश की है, वहीं क्षेत्रीय संतुलन पर भी जोर दिया है. नए मंत्रिमंडल में बिहार से आठ लोगों को मंत्री बनाकर इस प्रदेश को केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ी हिस्सेदारी देकर बीजेपी ने साफ कर दिया है कि पीएम की नजर बिहार के विकास पर भी है. इस मंत्रिमंडल में जिन आठ मंत्रियों को स्थान दिया गया है, उसमें चार कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. जिनमें बीजेपी के चार, जेडीयू के दो और लोजपा (रामविलास) तथा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के एक-एक सांसद हैं.
मोदी कैबिनेट में 71 मंत्रियों ने ली है शपथ
बता दें कि मोदी 3.0 सरकार के गठन के वक्त 71 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. इन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. भारत के राष्ट्रपति की तरफ से प्रधानमंत्री की सलाह पर, केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी के पास कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग के साथ सभी महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दे और अन्य सभी विभाग किसी भी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए, ये विभाग पीएम मोदी के पास हैं.
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