BJP ने कर दी विधानमंडल सदस्यों को 5 दिनों के दौरे पर कटिहार भेजने की मांग, नीतीश-तेजस्वी को इस मुद्दे पर घेरा
Bihar News: मंगलवार को बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है. विपक्ष बिहार में अपराध समेत कई मुद्दों को लेकर बिहार सरकार को घेरेगी.
पटना: बिहार में मंगलवार से शीतकालीन सत्र (Bihar Vidhan Mandal Winter Session) की शुरुआत है. अगले पांच दिनों तक ये सत्र चलेगा. मंगलवार को पहले दिन ही बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने बिहार सरकार से मांग करते हुए विधानमंडल के सदस्यों को पांच दिन के दौरे पर कटिहार भेजने की मांग कर दी. उन्होंने कटिहार नरसंहार को लेकर ट्वीट किया और बिहार सरकार पर हमला बोला.
‘पुलिस प्रशासन दे रहे अपराधियों को संरक्षण’
निखिल आनंद ने कटिहार मामले पर ताबड़तोड़ ट्वीट किए. उन्होंने लिखा कि “बिहार सरकार कटिहार गैंगवार के नामपर जातिवादी नरसंहार को लेकर विधानमंडल सदस्यों की संयुक्त समिति पांच दिन के दौरे पर भेजें. वहां अपराधियों से पुलिस-प्रशासन का गठजोड़ है जिसको नीतीश सरकार का संरक्षण है. नरसंहार पीड़ितों को सरकार सुरक्षा- मुआवजा दे.” उन्होंने नीतीश कुमार की पुलिस प्रशासन पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि पुलिस प्रशासन के गठजोड़ से ही बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. ये लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे.
बिहार सरकार कटिहार गैंगवार के नामपर जातिवादी नरसंहार को लेकर विधानमंडल सदस्यों की संयुक्त समिति 5दिन के दौरे पर भेजे।
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) December 13, 2022
वहाँ अपराधियों से पुलिस-प्रशासन का गठजोड़ है जिसको नीतीश सरकार का संरक्षण है।
नरसंहार पीड़ितों को सरकार सुरक्षा- मुआवजा दे। #Katihar_Masscare #कटिहार_नरसंहार pic.twitter.com/qdb0zFGUzA
‘तेजस्वी-नीतीश तोड़ें चुप्पी’
आगे निखिल आनंद ने कहा कि आरजेडी और जेडीयू जातिवाद भड़का कर नरसंहार करा रही है. पीरपैंती में यादव महिला को मुस्लिम ने आतंकी स्टाईल में मारा था तो ये लोग धर्मनिरपेक्षता बचा रहे थे. उन्होंने कहा कि कटिहार में यादव-भूमिहार जाति के गैंगवार में सात यादव को मारा गया तो समाजवाद बचा रहे हो. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को इस मामले में चुप्पी तोड़नी चाहिए. बता दें कि कटिहार मामला सोमवार को ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहा था. दो दिसंबर को कटिहार में हुई गोलीबारी में कुछ लोगों की मौत होने की बात सामने आई थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लगभग पांच से छह लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा छह से सात लोगों के घायल होने का बात सामने आई थी. जबकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की थी. कहा गया था कि मरने वाले यादव थे. इसे लेकर जाप नेता पप्पू यादव पीड़ित परिवार से मिलने गए थे. ये मामला ट्विटर पर ट्रेंड कर गया और अब इसे लेकर बिहार में राजनीति गरमाई हुई है.
यह भी पढ़ें- Bihar Politics: तेजस्वी की ताजपोशी की तैयारी में गेम फिक्स कर रहे CM नीतीश? 10 प्वाइंट में समझें मायने