पटना: संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) में गुरुवार (3 अगस्त) को लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल (Delhi Ordinance Bill) पारित हो गया. इस दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुआ. जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने बीजेपी (BJP) पर हमला बोला. वहीं. ललन सिंह के आरोपों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को बताना चाहूंगा कि चारा घोटाले की सीबीआई जांच में ललन सिंह हमारे साथ थे. लालू यादव (Lalu Yadav) और अन्य को दोषी ठहराया गया. क्या हुआ है? ये 'लोक-लाज' क्या है. इसे कहते हैं अवसरवादिता की पराकाष्ठा.
'केजरीवाल सरकार की सच्चाई आज सामने आ गई'
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गृह मंत्री ने प्रभावशाली भाषण दिया. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे महत्वपूर्ण सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा से भागते हैं और कार्यवाही में बाधा डालते हैं. केजरीवाल सरकार की सच्चाई आज सामने आ गई. बता दें कि दिल्ली के अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े अध्यादेश की जगह लेने वाला विधेयक 3 अगस्त को लोकसभा में पारित हो गया. अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा. लोकसभा में बिल पर चर्चा का जवाब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया. इस दौरान कांग्रेस, टीएमसी और डीएमके सहित अन्य विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया. अमित शाह के जवाब के बाद विपक्ष ने सदन से विरोध के रूप में वॉकआउट किया.
ललन सिंह ने मोदी सरकार पर बोला हमला
वहीं, संसद भवन में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की विदाई तय है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई होगी लेकिन वो खुद 70 हजार करोड़ के आरोपियों को अपने साथ कर लिया. लोक-लाज होनी चाहिए.
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