(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Caste Survey: नीतीश कुमार पर खूब बरसे RCP सिंह, कहा- 'कुर्सी कैसे रहे, यह है सीएम का सिर्फ मकसद'
RCP Singh: बीजेपी नेता आरसीपी सिंह ने जातीय गणना की रिपोर्ट पर सीएम नीतीश कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई. वहीं, बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में उन्होंने नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
पटना: बिहार में जातीय सर्वे की रिपोर्ट सोमवार (02 अक्टूबर) को जारी होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बीजेपी नेता आरसीपी सिंह (RCP Singh) आग बबूला हो गए हैं. बीजेपी नेता आरसीपी सिंह ने बुधवार (4 अक्टूबर) को एक्स के जरिए वीडियो जारी कर सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू का काम मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना है. उनका उद्देश्य सिर्फ एक है कि वो कुर्सी पर कैसे बने रहें. इसके अलावा उन्होंने बिहार पुलिस पेपर लीक के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
'जिनकी आबादी कम है उनका क्या होगा'
आरसीपी सिंह ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट पूरी पढ़ी नहीं है. किसको क्या फायदा और नुकसान होगा यह नहीं मालूम है. मैंने रिपोर्ट को देखा तो उसमें लिखा है कि बिहार में लगभग 148 जातियां ऐसी हैं जिनकी आबादी एक लाख से ऊपर है. इसमें भी 29-30 जातियां हैं जिनकी आबादी हजार से भी कम है.
मीडिया से कहा कि जरा सोचिए, भारत का संविधान सबको सामान नागरिकता का अधिकार देता है. किस समाज की कितनी आबादी है यह कोई नहीं जानता. आज जिसको लग रहा होगा कि समाज की इस फलाना जाति की आबादी तो इतनी है. समाज में जिस जाति की आबादी कम है उसे लेकर समाज में किस तरह का ताना देंगे आपको (मीडिया) मालूम होगा. उन्होंने कहा कि समाज के एक-एक लोग देश के नागरिक हैं. प्रदेश के नागरिक हैं. उसे हर तरह से रहने का अधिकार है. जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने से समाज के उन लोगों का मनोबल टूटा होगा जिनकी आबादी कम है. नीतीश कुमार कहते हैं कि हमलोग समाजवादी हैं. लोहिया कहते थे कि जाति तोड़ो.
'नीतीश की पहली जिम्मेदारी लोगों के लिए विकास करना'
बीजेपी नेता ने कहा कि मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग सबका विकास करेंगे. चाहे आप जातीय गणना कराएं या न कराएं आपकी पहली जिम्मेदारी है कि सीएम के तौर पर बिहार के लोगों के लिए विकास का काम करेंगे. एक समाज ऐसा है जिसकी आबादी 17 फिसदी से अधिक है. 148 जातियां ऐसी हैं जिनकी आबादी एक लाख से कम है. इसके लिए नीतीश कुमार क्या करेंगे?
'युवा, किसान, पशुपालक पर ध्यान देने की जरूरत: आरसीपी सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "नीतीश बाबू 18 साल से बोल रहे हैं कि जन-जन तक विकास का काम पहुंचा रहे हैं. 148 जातियों की आबादी जो एक लाख से कम है तो वह अल्पसंख्यक हुए. नीति ऐसी बननी चाहिए कि जितने बेरोजगार युवा हैं उनको कैसे रोजगार मिले. हमारे किसानों की आमदनी कैसे बढ़े, हमारे पशुपालक की आमदनी कैसे बढ़े इसके लिए नीति लाइए. उन्होंने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट तो आ गई. नीतीश कुमार बताएं कि बिहार में रोडमैप क्या होगा? भारत 2047 में विकसित देश बनेगा तो बिहार कैसे विकसित बनेगा? नीतीश कुमार बताएं. 18 साल हो गए कितने दिन तक लोगों के आंख में धूल झोंकने का काम करेंगे."
आरसीपी सिंह ने कहा कि वो सीएम नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनका काम मुख्य मुद्दों से लोगों को ध्यान भटकाना है. सीएम नीतीश कुमार कहते हैं कि प्रदेश को सुशासन दिया, लेकिन बिहार के लोगों ने क्या प्राप्त किया है? हमलोग राष्ट्रीय आय में पीछे हैं. विकसित प्रदेशों को छोड़ ही दीजिए. उद्देश्य एक ही है उनकी कुर्सी कहां है. कुर्सी कैसे मिले ये ही उनका मकसद है इसीलिए नीतीश कुमार को पलटू राम भी कहा जाता है.
बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले पर क्या बोले आरसीपी?
बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक को लेकर आरसीपी ने कहा कि सीएम नीतीश के लिए शर्म की बात है. नीतीश बाबू सिर्फ सीएम ही नहीं हैं बल्कि प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं. आपके अधीन पुलिस है. 20 हजार से अधिक युवकों को रोजगार मिलना था. आपकी क्या व्यवस्था है जो हमेश पेपर लीक हो जाता है? बिहार में जितनी नौकरियां निकल रही हैं वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं.