पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार को कहा कि चारा घोटाले में लालू प्रसाद (Lalu Yadav) को जेल भेजने से लेकर सजा दिलाने तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और ललन सिंह (Lalan Singh) ने जो सक्रियता दिखाई, उसके लिए क्या वे लालू परिवार से माफी मांगेंगे? पहले जिन लोगों ने लालू प्रसाद को फंसाया और सजा ऐसी दिलाई कि वे मुखिया का भी चुनाव नहीं लड़ सकें, वही लोग अब जनादेश से विश्वासघात कर लालू प्रसाद के हमदर्द बन रहे हैं. लालू प्रसाद को 1000 करोड़ रुपये के चारा घोटाले के चार मामलों में सजा हुई और अब जब उनकी जमानत रद्द करने की अपील के साथ सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की तो नीतीश कुमार घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.


सुशील मोदी का सीएम नीतीश पर हमला


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि हिम्मत है तो नीतीश कुमार घोषणा करें कि चारा घोटाला मुद्दे पर उनके समर्थकों ने जो लोकहित याचिका दायर की थी और जो सबूत पेश किए थे, वे सब फर्जी थे. 'नौकरी के बदले जमीन' मामले में भी लालू परिवार के विरुद्ध ठोस सबूत और दस्तावेज ललन सिंह ने उपलब्ध कराए. किसी मामले में जमानत देना या रद्द करना अदालत का काम है और न्यायपालिका किसी की राजनीतिक सुविधा के हिसाब से फैसले नहीं करती.


नीतीश के 'बेचारे' वाले बयान पर राजनीति गरमाई


बीजेपी नेता ने कहा कि लालू विरोध से लालू-समर्थक बन जाना नीतीश कुमार की राजनीतिक बाजीगरी है, लेकिन इससे सच नहीं बदल जाएगा, वे सजायाफ्ता को पीड़ित बताने में सफल नहीं होंगे. बता दें कि लालू यादव की जमानत रद्द करने को लेकर सीबीआई सुप्रीम कोर्ट गई है. इस पर शुक्रवार नीतीश कुमार ने कहा कि उनको (लालू) बेचारे को तो जान बूझकर न तंग किया जा रहा है. केंद्र पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि आजकल जो हैं केंद्र में किसी को छोड़ रहे हैं. सबको तंग ही न कर रहे हैं.


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